कामरेड मदन सिंह

Madan Singh
का. मदन सिंह

भाकपा-माले पार्टी की उत्तर प्रदेश राज्य स्थायी समिति के सदस्य व वरिष्ठ कम्युनिस्ट नेता का. मदन सिंह (58 वर्ष) नहीं रहे. उनका आकस्मिक निधन 6 सितंबर 2017 को तड़के तीन बजे के करीब अमेठी जिले में उनके घर से ईलाज के लिए, निकट के अस्पताल (एसजीपीजीआई की स्थानीय शाखा) ले जाते समय हुआ. इसके पहले, देर रात अचानक नींद खुलने पर उन्हें बेचैनी और सांस लेने में परेशानी हुई, रक्तचाप नीचे चला गया. संभवतः उन्हें दिल का दौरा पड़ा था. अस्पताल पहुंचने पर डाक्टर ने उन्हें मृत घोषित किया. कुछ साल पहले उन्हें ब्रेन स्ट्रोक हुआ था, लेकिन ईलाज के बाद काफी कुछ ठीक हो गया था और उन्होंने फिर से राजनीतिक-सांगठनिक कामकाज संभाल लिया था. मौजूदा समय उन्हें सीतापुर, फैजाबाद, अंबेदकरनगर आदि अवध के कुछ जिलों को देखने की राज्य कमेटी की ओर से जवाबदेही थी, जिसे वे राज्य मुख्यालय लखनऊ से आ-जाकर बखूबी निभा रहे थे.

का. मदन सिंह 1982-83 के दौर में पार्टी से जुड़े. तब उन्होंने लखनऊ वि.वि. से एलएलबी की पढ़ाई पूरी कर ली थी. वे बास्केटबॉल के खिलाड़ी थे. लखनऊ में पार्टी से जुड़ाव के बाद जल्दी ही वे पूर्णकालिक कार्यकर्ता बन गये. उस दौर में पार्टी की हिंदी पत्रिका निकलवाने के काम से जुड़े. बाद में, उन्हें ट्रेड यूनियन मोर्चे के प्रदेश प्रभार से लेकर पूर्वांचल व पश्चिम यूपी तक भिन्न-भिन्न जिलों के पार्टी कामकाज की जिम्मेदारी समय-समय पर सौंपी गई और हर झंझावात का सामना करते हुए, मुश्किल-से-मुश्किल दौर में भी, पार्टी के अनुशासित सिपाही की तरह, वे हर मोर्चे पर डटे रहे. अपने कामरेडों के बीच वे हंसमुख, मृदुभाषी, मिलनसार, जिंदादिल और प्रभाव छोड़नेवाले कामरेड के रूप में जाने जाते थे. युवा कामरेड उनसे खासा लगाव महसूस करते थे. वरिष्ठ कम्युनिस्ट नेता के निधन से पार्टी और कम्युनिस्ट आंदोलन को अपूरणीय क्षति हुई है. इस मौके पर उ.प्र. राज्य कमेटी समेत पूरी पार्टी का. मदन सिंह के परिवार, मित्रों व शुभचिंतकों के शोक में खुद को सहभागी पाती है.

का. मदन सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि! का. मदन सिंह को लाल सलाम!