डब्लूएफटीयू और ट्रेड यूनियन इंटरनेशनल्स् की बैठक

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डब्लूएफटीयू और ट्रेड यूनियन इंटरनेशनल्स् की बैठक

9-10 अक्टूबर को, कोलकाता में वल्र्ड फेडरेशन ऑफ ट्रेड यूनियनस् (डब्लूएफटीयू) और इससे संबद्ध सेक्टरवार अंतरराष्ट्रीय टेªड यूनियन फेडरेशनों - ट्रेड यूनियनस् इंटरनेशनल्स् (टीयूआईस्) की बैठक सम्पन्न हुई.

डब्लूएफटीयू .टीयूआईस् की यह वार्षिक विचार-विमर्श बैठक दक्षिण अफ्रीका के डरबन में डब्लूएफटीयू  की 17वीं कांग्रेस के लगभग एक साल बाद आयोजित की गई. बैठक की शुरूआत सीटू अध्यक्ष डा. के. हेमलता के वक्तव्य से हुई. बैठक के मुख्य वक्ता डब्लूएफटीयू के महासचिव जॉर्ज मेवरिकोस थे. उन्होने कहा कि, ”इस साल की हमारी वार्षिक बैठक उस समय आयोजित हो रही है जब पूंजीवादी व्यवस्था गहरे संकट में है और साम्राज्यवादियों की आक्रामकता दिन-ब-दिन बदत्तर होती जा रही है. अमरीका, नाटो, यूरोपियन यूनियन और उनके सहयोगी उत्तरी कोरिया, क्यूबा, वेनेजुएला और सीरिया के  खिलाफ हमलों के जरिये अंतरराष्ट्रीय शांति के लिए खतरा खड़ा कर रहे हैं. इस अंतरराष्ट्रीय परिवेश में, सभी सरकारें, चाहे वो सामाजिक-जनवादी सरकारें हों या नव-रुढ़िवादी सरकारें हों, मजदूर विरोधी और नव उदारवादी नीतियों को लागू कर रही हैं, जो मजदूरों और सेवानिवृत लोगों के जीवन को और बदतर बना रही हैं, ट्रेड यूनियन कार्यकर्ताओं के अधिकारों पर हमला कर रही हैं. ऐसे भ्रम के माहौल में, नव-फासीवादी, नव-नस्लवादी ताकतों का हौसला बढ़ रहा है और वे आमजन और मजदूरों के लिए खतरनाक होती जा रही हैं.’’

इस पर सर्वसम्मति से तय हुआ कि इस हमले का राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिरोध करना होगा. डब्लूएफटीयू  के साथ कार्यस्थल से मजदूरों को जोड़ने के कार्य की जिम्मेदारी टीयूआईस् की होगी. उन्हें पूरी दुनिया में अपने संबंधित सेक्टरों में डब्लूएफटीयू के निर्देशन और उसकी मदद से सेक्टरवार और समन्वित आंदोलनों को मजबूत करना होगा, उनका विकास करना होगा.

डब्लूएफटीयू  से संबद्ध भारत के केन्द्रीय ट्रेड यूनियन प्रतिनिधियों में, ऐक्टू, एटक, सीटू, एआइयूटीयूसी, टीयूसीसी एवं यूटीयूसी के साथ 9 टीयूआईसीस् के प्रतिनिधियों ने इस बैठक में भागीदारी की. ऐक्टू की ओर से राष्ट्रीय सचिव... अतनु चक्रवर्ती और ऑल इंडिया कंस्ट्रक्शन वर्कर्स फेडरेशन (संबद्ध ऐक्टू) की ओर से किशोर सरकार ने इसमें भागीदारी की. 9 से 11 नवंबर को दिल्ली में होने वाली देशव्यापी मजदूर वर्ग कार्रवाई के बारे में चर्चा हुई. फ्रांस, स्पेन, इजिप्ट, टर्की, बांग्लादेश, वेनेजुएला और ब्राजील के केन्द्रीय यूनियन प्रतिनिधियों ने इस बैठक में भाग लिया.

सीटू के महासचिव तपन सेन और एटक के महासचिव गुरुदास दासगुप्ता ने भी बैठक को सम्बोधित किया. सीटू के सचिव और डब्लूएफटीयू के उप-महासचिव स्वदेश देव रॉय ने समापन सत्र में आगामी कार्यभार को पेश किया और बैठक ने निम्नलिखित कार्यभार संपन्न करने का संकल्प लिया.

स अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न देशों में सभी टीयूआईस् की अपने उद्योगों के मजदूरों के हालात और उनके संघर्षों के विकास के बारे में नियमित बैठक व चर्चा होगी. पूरी दुनिया की संबद्ध यूनियनों के बीच सूचना आदि को नियमित साझा करने की प्रणाली का विकास करना और उसे प्रभावशाली तरीके से लागू करना.

स मजदूर वर्ग के संघर्षों में उनके वैचारिक विकास में मदद के लिए गतिविधियों की योजना बनाना.

स टीयूआईस् से संबद्ध विविध यूनियनों के बीच एक तरफ और टीयूआईस् तथा डब्लूएफटीयू के बीच दूसरी तरफ, समन्वय को मजबूत करना ताकि पूंजीपतियों के वैश्विक हमलों का प्रभावशाली प्रतिरोध विकसित किया जा सके.

स ”दास कैपिटल” के प्रकाशन के 150वें साल को मनाया जाए और पूंजीवादी व्यवस्था के अंतर्निहित शोषणकारी प्रकृति के बारे में जन-जागरण किया जाए और मजदूरों के बीच में शोषण को समाप्त करने और व्यवस्था को बदलने में मजदूर वर्ग की भूमिका के बारे में चेतना जगाई जाए.

स टीयूआईस्  किसानों, छात्रों और स्वरोजगार में लगे लोगों के साथ एकता बढ़ाने का काम करेंगी.

बैठक का समापन इंटरनेशनल गाने के गायन से हुआ.