बर्बर हत्या-बलात्कार के खिलाफ भागलपुर बन्द को मिला अपार जनसमर्थन सैकड़ों माले कार्यकर्त्ता-समर्थक उतरे सड़क पर, NH-80 को रखा घंटो जाम

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बर्बर हत्या-बलात्कार के खिलाफ भागलपुर बन्द को मिला अपार जनसमर्थन सैकड़ों माले कार्यकर्त्ता-समर्थक उतरे

बर्बर हत्या-बलात्कार के खिलाफ भागलपुर बन्द को मिला अपार जनसमर्थन सैकड़ों माले कार्यकर्त्ता-समर्थक उतरे सड़क पर, NH-80 को रखा घंटो जाम

भागलपुर, 30 नवम्बर 2017 । बर्बर हत्या-अपराध की बढ़ती घटनाओं, सामन्ती जुर्म-उत्पीड़न व नीतीश-भाजपा शासन में हत्यारों-बलात्कारियों को प्राप्त सत्ता-संरक्षण के खिलाफ आज भाकपा-माले द्वारा आहूत भागलपुर बन्द के समर्थन में सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ता-समर्थक सड़क पर उतरे । झण्डे-बैनर व मांग पट्टिकाओं से लैश समर्थकों ने अम्बेडकर चौक से मुख्य बाजार, खलीफाबाग, भगतसिंह चौक, अजंता मार्ग, डिक्शन मोड़ होते हुए जुलूस निकाला एवं घंटो NH-80 को जाम रखा । बन्द को अपार जनसमर्थन मिला, आम नागरिक भी नारे बुलंद करते दिखे । अपराध के खिलाफ लोगों में जबरदस्त आक्रोश दिखा, लोग नीतीश-भाजपा के शासन को कोसते भी हुए दिखे ।

बन्द का नेतृत्व पार्टी राज्य कमिटी सदस्य एस के शर्मा, नगर प्रभारी सह ऐक्टू के राज्य सचिव मुकेश मुक्त, जिला सचिव बिंदेश्वरी मंडल व नगर सचिव सुरेश प्रसाद साह ने की ।

मौके पर अन्त में अम्बेडकर चौक पर सभा को संबोधित करते हुए नेतृत्वकारियों ने नीतीश-भाजपा सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि बेलगाम अपराधी लगातार कांड कर रहे है, समाज के हाशिये के लोगों, गरीब-दलितों, मजदूरों व महिलाओं खासकर छोटी-नावालिग बच्चियों को सामंतों - नवकुलक दबंगों द्वारा शिकार बनाया जा रहा है । बर्बर हत्या-बलात्कार जैसी लगातार हो रही अपराधों से समाज ख़ौफ़ज़दा है । रंगरा में जदयू के प्रखंड अध्यक्ष भोला मंडल के नेतृत्व में सत्ता-संरक्षित अपराधियों द्वारा दलितों की बस्ती जलाने व बर्बर पिटाई, नाथनगर में सवर्ण दबंगों द्वारा दलित महिला से बलात्कार की कोशिश एवं दलितों का उत्पीड़न, दबंग नवकुलकों की बिगड़ैल औलादों द्वारा भागलपुर शहर के बीचों-बीच छात्रा से गैंग रेप, वकील आरजू की हत्या, बिहपुर के चार खिलाड़ी युवाओं की निर्मम हत्या जैसे लगातार बढ़ती संगीन अपराधों में किसी पीड़ित को न्याय नहीं मिली अब तक । उलटे प्रशासन अपराधियों को बचाती दिख रही है । पुलिस अपराधियों के पक्ष में खड़ी रही । छात्रा के साथ गैंग रेप के मामले में तो अपराधियों से मिलकर डॉक्टर ने झूठी मेडिकल रिपोर्ट बनाकर पीड़ित छात्रा को ही कठघरे में खड़ा कर देने और पुलिस ने छात्रा को झूठा करार तक देने की कोशिश की । और अब बिहपुर के झंडापुर में एक ही दलित परिवार के तीन सदस्यों की चरम बर्बरता से क़त्ल कर दिया गया और इसी परिवार की नावालिग लड़की हमले में गंभीर रुप से जख्मी होकर कोमा में पहुंच जिंदगी-मौत से जूझ रही और आला अधिकारियों से लेकर नीचले स्तर तक के पुलिस अधिकारी अटकलबाजी कर रहा है । हत्यारों की गिरफ़्तारी तो दूर अभी तक पुलिस इस बर्बर हत्याकांड का सही कारण तक पता नहीं कर पायी है । दरअसल इस मामले में भी प्रशासन असली अपराधियों को बचाने में जुट गई है । नीतीश-भाजपा सरकार की सह पाकर अपराधियों का मनोबल चरम पर है । नीतीश के शासन में आम जनता, खासकर गरीबों-दलितों-महिलाओं के लिए न्याय पाने की उम्मीद ख़त्म होती दीख रही है । भाकपा-माले पीड़ितों के न्याय के लिए संघर्ष के मैदान में है । न्याय की गारंटी तक संघर्ष जारी रहेगा ।

बंद में मुख्य रुप से पार्टी जिला कमिटी सदस्य पुरुषोत्तम दास, संजय मंडल, महेश यादव, रणधीर यादव व सिकंदर तांती सहित संथालजी, प्रवीण पंकज, बेबी देवी, सुधा देवी, रुबी देवी, बीरबल कुमार, बटेश्वर सिंह, सरफराज आलम, प्रसादी साह, हुकुमलाल यादव, महेंद्र दास, शिवदयाल राम, ऐपवा जिला सचिव रेणु देवी, उपाध्यक्ष आशा देवी, शिखा देवी आइसा नेता रूपेश यादव, इंसाफ मंच के जिला संयोजक सैय्यद बसर अली, ऐक्टू के जिला संयुक्त सचिव अमर कुमार, गणेश पासवान, बुधनी देवी, मीरा देवी, मो. चांद, लूटन तांती, अनिल शर्मा, मंसूर, विजय साह, त्रिवेणी साह, पंकज यादव, किरण मंडल, किशोर मंडल, सजनी देवी, रुना देवी आदि शामिल रहे ।

बिहपुर हत्याकांड के उजागर होने के दिन से भाकपा-माले लगातार न्याय की गारंटी, और नीतीश-भाजपा शासन में बढ़ते अपराध पर रोक लगाने के लिए लगातार लड़ाई लड़ रही है । जिला सचिव बिंदेश्वरी मंडल के नेतृत्व में एक टीम ने घटना स्थल पर जाकर जांच की और अपराधियों की गिरफ़्तारी के लिए प्रतिरोध किया । ऐक्टू के राज्य सचिव सह पार्टी नगर प्रभारी मुकेश मुक्त ने नगर कमिटी की जारी बैठक से एक टीम के साथ अस्पताल पहुंच कर हमले में गंभीर रुप से जख्मी नावालिग लड़की की स्थिति व चल रहे इलाज एवं परिजनों से मिलकर घटना की जानकारी ली और वापस बैठक में आकर विमर्श करने के बाद 30 नवम्बर को भागलपुर बन्द में जाने का निर्णय लिया । दूसरे दिन पार्टी ने बिहपुर प्रभारी सुधीर यादव के नेतृत्व में 'बिहपुर बंद' करायी, शहर में ऐपवा ने प्रतिवाद मार्च निकलते हुए जिला अध्यक्ष उषा शर्मा व जिला सचिव रेणु देवी के नेतृत्व में डीएम को ज्ञापन दिया । दूसरी ओर पार्टी ने शहर में भागलपुर बंद के लिए जनसम्पर्क अभियान शुरु किया । घोघा में नीतीश सरकार का पुतला फूंकते हुए जिला कमिटी सदस्य महेश यादव व संजय मंडल के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया गया । 28 नवम्बर को शहर में माइकिंग व प्रमुख-चौक चौराहों पर सभा की गयी । 29 नवम्बर को पार्टी राज्य कमिटी सदस्य एस के शर्मा व ऐक्टू राज्य सचिव मुकेश मुक्त ने नगर कमिटी द्वारा आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बंद को लेकर पार्टी का पक्ष रखा और बंद के प्रमुख मुद्दे को प्रेस के साथ शेयर की । इस बीच जनसम्पर्क जारी रहा । बंद को कई संगठनों जनसंसद, पीएसओ, न्याय मंच आदि ने नैतिक समर्थन की घोषणा की किन्तु दूसरी वाम पार्टियां भाकपा, माकपा आदि ने बंद से अपने आप को दूर ही रखा । बन्द के समर्थन में बोलने तक का साहस नहीं जुटा सकी ।