पाकिस्तान की संसद के ताज़ा चुनाव में कम्युनिस्ट उमीदवार का. अली वज़ीर ने शानदार जीत हासिल की

पाक सेना और आईएसआईएस से लड़ने वाले का. अली वज़ीर वज़ीरिस्तान से 23 हज़ार मतों से जीत गये. इनकी पार्टी का नाम पश्तून तहफूज़ मूवमेंट (पीटीएम) है. मार्क्सवाद - लेनिनवाद पर चलने वाली यह पार्टी वजीरिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा और बलोचिस्तान में सक्रिय है.

2014 में का. वजीर के नेतृत्व में अवाम द्वारा वजीरिस्तान के खेतों से आतंकवादी संगठन आईएसआईएस द्वारा बिछाई गई बारूदी सुरंगों को हटाया गया, जिसमें उन्हें पाकिस्तान के हज़ारों किसानों और कबाईली लोगों का समर्थन मिला. इस अभियान में आईएसआईएस से जबरदस्त युद्ध भी चला.  इनके कई बड़े नेता आईएसआईएस, सेना और पुलिस द्वारा एनकाउंटर कर दिए गए या बम्ब धमाकों में उड़ा दिये गए. फिर भी पाकिस्तान के किसानों, मज़दूरों की बेहतरी और अमन के लिए इनका संघर्ष जारी रहा. खुद इमरान खान ने इस चुनाव मुहिम के दौरान बोलते हुऐ कहा था कि अली वज़ीर तो पाक की शान हैं और हमारी पार्टी अली वज़ीर के खिलाफ अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी. पर इस के जवाब में अली ने कहा हमें तुम्हारी हमदर्दी या समर्थन नहीं चाहिए.

का. अली और उनकी पार्टी को भारत की जनता का लाल सलाम!!