पंजाब में नरेगा मजदूरों ने बीडीपीओ कार्यालयों का घेराव किया

ऐक्टू से संबद्ध मजदूर मुक्ति मोर्चा और भाकपा-माले के झंडे तले मनरेगा मजदूरों ने पंजाब के धारीवाल, बटाला और गुरदासपुर में बीडीपीओ कार्यालयों का घेराव किया और धरने संगठित किये. साथ की बीडीपीओ के माध्यम से राज्य सरकार को मांगपत्र भी भेजा गया. भाकपा-माले के राज्य सचिव गुरमीत सिंह बख्तपुरा, ऐक्टू राज्य सचिव
गुलजार सिंह भुनवाली और ‘मोर्चा’ के जिला अध्यक्ष विजय कुमार सोहल के अलावा मनजीत राज बटाला, अश्वनी हैप्पी, मंगल सिंह धर्मकोट आदि ने धरनों की अगुवाई की. इन नेताओं ने कहा कि अपनी पूर्ववर्ती सरकारों की तरह यह राज्य सरकार भी मनरेगा के तहत 100 दिनों का काम देने में नाकाम रही है. सिंचाई विभाग में कुछ दिनों का काम तो मिला, लेकिन मजदूरों को काम का पारिश्रमिक नहीं मिल पाया.

वक्ताओं ने कहा कि पंजाब सरकार के पंचायती विभाग ने एक लिखित पत्र में कहा था कि हर भूमिहीन परिवार को जमीन का एक प्लॉट दिया जाएगा, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हुआ है. राशन कार्ड में कटौतियां और वृद्धों व महिलाओं को पेंशन से भी वंचित रखा गया है.

वक्ताओं ने सरकार को चेतावनी दी कि अगर मनरेगा मजदूरों की मांगें नहीं मानी गईं, तो मनरेगा मजदूर और भी बड़े आंदोलन की ओर बढ़ेंगे और सरकार जनता का आक्रोश झेलने के लिए तैयार रहे. इन धरनों के माध्यम से केंद्र सरकार से सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी/एसटी ऐक्ट के मामले में किये गए हालिया फैसले को वापस लेने की भी मांग उठाई गई.