पटना के कंकड़बाग फुटपाथ दुकानदारों का निगम कार्यालय के समक्ष धरना

40 से अधिक वर्षों से कंकड़बाग टेम्पो स्टैंड के निकट फुटपाथ पर कारोबार कर रहे यहां के सब्जी मार्केट एवं फुटपाथ दुकानदारों को अतिक्रमण के नाम पर नगर निगम द्वारा बार-बार उजाड़ दिए जाने तथा सम्पतियों को नष्ट कर देने से आक्रोशित सैकड़ों सब्जी विक्रेताओं व फुटपाथ दुकानदारों ने 6 दिसंबर 2018 को विरोध में तथा सभी दुकानदारों को स्थायी मार्केट बना कर देने की मांग पर  कंकड़बाग टेंपो स्टैंड पर नगर निगम कार्यालय के मुख्य गेट के पास धरना दिया.

धरने में बड़ी संख्या में सब्जी, फल, मीट-मछली, मुर्गा-अंडा आदि समान बेचने वाले सभी फुटपाथ दुकानदारों ने भाग लिया. धरने के दौरान फुटपाथ दुकानदारों ने सब्जी विक्रेताओं को स्थाई मार्केट बना कर देना होगा, अतिक्रमण के नाम पर गरीब फुटपाथ दुकानदारों को पटना शहर से भगाना बन्द करो, फुटपाथ दुकानदारों को भगाकर नगर निगम की जमीन को बड़े मॉल मालिकों-ठेकेदारों को देने की साजिश नहीं चलेगी आदि मांगें जमकर उठाईं.

उपस्थित फुटपाथ दुकानदारों को ऐक्टू राज्य सचिव रणविजय कुमार ने सम्बोधित करते हुए नीतीश- भाजपा सरकार पर  मकर हमला बोलते हुए कहा कि यह सरकार अतिक्रमण की आड़ में गरीब फुटपाथ दुकानदारों को पटना से भगा देने की साजिश कर रही है, कि एक तरफ गरीब फुटपाथ दुकानदारों को अतिक्रमण के नाम पर भगाया जा रहा है तो दूसरी तरफ बड़े ठेकेदारों को वही जमीन दी जा रही है, कि 13 वर्षीय नीतीश राज में 10 वर्ष नीतीश-भाजपा की संयुक्त सरकार चल रही है जिसमें नगर विकास मंत्रालय हमेशा से बीजेपी के पास रहा है फिर भी गरीब दुकानदारों के लिये एक भी विकास योजना, उन्नति के लिये कोई काम भाजपा ने नहीं किया, उलटे उन्हें बसे हुए जमीन से और पटना से भगा कर इन जमीनों को पूंजीपतियों, बड़े लोगों के हवाले किया जा रहा है. उन्होंने फुटपाथ दुकानदारों की मांग का समर्थन करते हुए बड़ी एकजुटता के साथ संघर्ष का आहृान दुकानदारों से किया और फुटपाथ दुकानदारों के लिये स्थायी मार्केट बना कर देने की मांग की.

कंकड़बाग नगर निगम अंचल कार्यपालक पदाधिकारी के साथ कंकड़बाग फुटपाथ दुकानदार समिति नेताओं के शिष्टमंडल की वार्ता हुई जिसमें फुटपाथ दुकानदार समिति कंकड़बाग के अध्यक्ष विजय श्रीवास्तव, सचिव दिलीप मिश्रा, ललन साहनी, संग़ठन सचिव अरुण कुमार साव, रामचन्द्र प्रसाद, सूरज मेहता, अखिलेश प्रसाद, शिव कुमार साव शामिल थे. वार्ता करने वाले उक्त नेताओं ने धरने को भी सम्बोधित किया. 