प. बंगाल में निर्माण मजदूर यूनियन का तीसरा राज्य सम्मेलन संपन्न

ऐक्टू से संबद्ध ‘‘पश्चिम बंगा गृहो-अन्यन्य निर्माण श्रमिक कर्मचारी यूनियन’’ का तीसरा राज्य सम्मेलन 1 मार्च को कोलकाता में संपन्न हुआ.

सम्मेलन से पूर्व कोलकाता (डीपी बक्शी नगर) के सियालदहा रेलवे स्टेशन से सम्मेलन हॉल (जफर हुसैन सभागार) तक रैली का आयोजन हुआ जिसमें निर्माण मजदूरों की मांगों और युद्ध-विरोधी नारों को बुलंद किया गया. तत्पश्चात, मंजू उराओं ने झंडोत्तोलन किया और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई.

खुले सत्र में ‘‘असंगठित खासकर निर्माण मजदूरों के अधिकारों पर हमले’’ विषय पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न वामपंथी यूनियनों के वक्ताओं - एटक से अरूण चटर्जी, सीटू से प्रणब मजुमदार, एआईसीडब्लूएफ (संबद्ध ऐक्टू) के महासचिव व केंद्रीय पर्यवेक्षक एस.के. शर्मा ने अपने वक्तव्य रखे. वक्ताओं ने 8-9 जनवरी की देशव्यापी हड़ताल की सफलता का जिक्र करते हुए मोदी सरकार के हमलों के खिलाफ मजदूरों के एकताबद्ध आंदोलन को और अधिक मजबूत करने पर बल दिया. एआईसीडब्लूएफ के महासचिव ने मोदी सरकार द्वारा पुलवामा की दुखद घटना के बाद फैलाये जा रहे सांप्रदायिक एवं युद्ध उन्माद को खारिज कर पिछले 5 वर्षों से उपजे जन संघर्षों के मुद्दों को बुलंद करने का आहृान किया. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के सामाजिक सुरक्षा कोड से निर्माण मजदूर सामाजिक सुरक्षा से वंचित होंगे, निर्माण श्रमिक कल्याण कानून को खत्म कर दिया जाएगा और बोर्ड में जमा 40 हजार करोड़ रूपये का सेस निजी कंपनियों के हवाले कर दिया जाएगा. निर्माण मजदूर यूनियन के राज्य सचिव किशोर सरकार ने गोष्ठी का संचालन किया.

प्रतिनिधि सत्र में विभिन्न जिलों से आए 23 प्रतिनिधियों ने प्रस्तुत कामकाज की रिपोर्ट पर अपने विचार रखे. सम्मेलन से प्रबीर दास अध्यक्ष और किशोर सरकार सचिव समेत यूनियन की 57-सदस्यीय राज्य परिषद् और 13-सदस्यीय कार्यसमिति का चुनाव हुआ.