ऐक्टू, पुडुचेरी का 8वां सम्मेलन

ऐक्टू, पुडुचेरी का 8वां राज्य सम्मेलन 21-22 जुलाई 2019 को यहां के प्रमुख औद्योगिक इलाके, सेदुरपेट में संपन्न हुआ. इस मौके पर सम्मेलन स्थल का नाम का. डीपी बक्शी नगर रखा गया. पहले दिन मजदूर-किसान रैली का आयोजन हुआ जिसका नेतृत्व ऐक्टू राज्य उपाध्यक्ष एस. मोथीलाल ने किया. रैली के उपरांत सभा का आयोजन जेवीएम हॉल में हुआ जिसका नाम ऐक्टू के पूर्व महासचिव का0 स्वपन मुखर्जी और उपाध्यक्ष का0 श्रीलता स्वामीनाथन की याद में रखा गया. ऐक्टू राज्य महासचिव एस. पुरूषोथमन ने स्वागत वक्तव्य रखा. भाकपा-माले के पोलित ब्यूरो सदस्य एवं ऐक्टू के सीडब्लूसी सदस्य वी. शंकर सभा के मुख्य वक्ता थे. उन्होंने मोदी शासन-2 की घोर मजदूर-विरोधी नीतियों और श्रम संहिताओं को कानूनी जामा पहनाने के कदमों पर जमकर हमला बोला ओर 26,000रू. मासिक राष्ट्रीय न्यूनतम मजदूरी की मांग उठाई. सभा को भाकपा-माले के राज्य सचिव एवं ऐक्टू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एस. बालासुब्रामनियन ने भी संबोधित किया.

दूसरे दिन एस. बालासुब्रामनियन द्वारा झंडोत्तोलन और प्रतिनिधियों द्वारा शहीदों को श्रद्धांजलि देने के साथ सम्मेलन के प्रतिनिधि सत्र की शुरूआत हुई. सात-सदस्यीय अध्यक्षमंडल ने सत्र की अध्यक्षता की. ऐक्टू तमिलनाडु के अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय पाषर्द ए.एस. कुमार सम्मेलन के पर्यवेक्षक थे और इस सत्र के उद्घाटनकर्ता भी. अपने प्रेरणादायक वक्तव्य में उन्होंने पुडुचेरी के टेक्सटाइल मजदूरों के बहादुराना संघर्षोंं को याद करते हुए मौजूदा मोदी शासन की मजदूर विरोधी नीतियों और अधिकार खत्म करने की साजिशों के खिलाफ चौतरफा संघर्ष छेड़ देने का आह्वान किया. एस. पुरूषोथमन ने प्रतिनिधियों के समक्ष कामकाज की रिपोर्ट प्रस्तुत की जिसपर 20 प्रतिनिधियों ने अपने सुझाव रखे.

भाकपा-माले, तमिलनाडु के कुडालोर जिला सचिव एस. दानावेल, विल्लुपुरम जिला सचिव एम. वेंकेटेसन और आईरला (खेत एवं ग्रामीण मजदूर संगठन) के राष्ट्रीय पाषर्द जी. पलानी ने सम्मेलन को शुभकामना संदेश दिये. विदायी कमेटी के महासचिव की रिपोर्ट को चर्चा और सुझाव ग्रहण करने के बाद सर्वसम्मति से पारित किया गया.

सम्मेलन में 81 प्रतिनिधियों ने भाग लिया जिनमें 10 प्रतिशत महिलायें शामिल थीं. अंत में सम्मेलन ने 25-सूत्री प्रस्ताव पारित किये और 21-सदस्यीय राज्य परिषद् का चुनाव किया जिसमें 9 पदाधिकारी शामिल हैं. एस. मोथीलाल को अध्यक्ष और एस. पुरूषोथमन को महासचिव चुना गया. नवनिर्वाचित अध्यक्ष के समापन वक्तव्य के साथ सम्मेलन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ.