डब्लूएफटीयू की 75वीं वर्षगांठ पर आयोजित हुए कार्यक्रम

डब्लूएफटीयू के 75 वर्ष पूरे होने के मौके पर इससे संबद्ध भारत के केंद्रीय ट्रेड यूनियन संगठनों द्वारा 3 अक्टबूर, 2020 को देशभर में कार्यक्रम आयोजित किए गए. कोरोना महामारी एवं लॉकडाउन से पैदा हुई सीमाओं में सीमित भागीदारी के साथ ये कार्यक्रम हुए. दिल्ली में आयोजित कन्वेंशन को एटक से अमरजीत कौर, सीटू से तपन सेन, ऐक्टू से संतोष राय, एआईयूटीयूसी से आर.के. शर्मा और यूटीयूसी से आर.एस. डागर ने संबोधित किया. वक्ताओं ने डब्लूएफटीयू की स्थापना की पृष्ठभूमि पर जोर देते हुए कहा कि फासीवादी ताकतों द्वारा शुरू किए गए द्वितीय विश्वयुद्ध में इन ताकतों की हार, जिसमें सोवियत संघ ने अग्रणी भूमिका अदा की थी, के बाद डब्लूएफटीयू का गठन हुआ था. वक्ताओं ने कहा कि आज मजदूर वर्ग के सामने एक बार फिर गंभीर चुनौती खड़ी है. विश्वभर में फासिस्टों और नाजियों के तर्ज पर आक्रामक दक्षिणपंथी शक्तियों द्वारा नए रूप में फासीवाद खड़ा किया जा रहा है. ऐसी स्थिति में अंतर्राष्ट्रीय मजदूर एकता के हिस्से के रूप में भारतीय श्रमिक वर्ग समानता, न्याय और शोषण से मुक्ति दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने साम्राज्यवादी ताकतों के खिलाफ एकजुट संघर्ष तेज करने का आहृान किया. 

यह कार्यक्रम एटक भवन में आयोजित हुआ. ज्ञात हो कि एटक डब्लूएफटीयू के संस्थापक सदस्यों में शामिल था.