कामरेड गणेश पासवान

कर्मठ मजदूर नेता कामरेड गणेश पासवान ने स्थानीय भीखनपुर (भागलपुर, बिहार) स्थित अपने किराए के कमरे में 29 दिसम्बर को सुबह करीब 6 बजे अपनी अन्तिम सांस ली. उनके निधन की खबर से मजदूर कतारों में शोक की गहरी लहर दौड़ गयी. सैकड़ों मजदूरों ने उनके निवास स्थान पर पहुंच कर शोक जताया.

पेशे से राजमिस्त्री 65 वर्षीय का. गणेश पासवान, ऐक्टू व बिहार राज्य निर्माण मजदूर यूनियन के जिला कमिटी सदस्य और भाकपा-माले के नगर कमिटी सदस्य थे. वे मजदूर आंदोलन के अगुआ कतार में शामिल थे तथा मजदूर वर्ग के सभी संघर्षो का अनिवार्य हिस्सा हुआ करते थे. वे भागलपुर में मजदूर आंदोलन के एक प्रमुख स्तंभ थे. उनके निधन से मजदूर वर्ग का एक मजबूत योद्धा हमने खो दिया है. वे अपने पीछे पत्नी व एक बेटी छोड़ गए हैं.

ऐक्टू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एस.के. शर्मा तथा राज्य सचिव मुकेश मुक्त ने उनके आवास पर पहुंच कर गहरा शोक जताया व उनकी मैय्यत में शामिल हुए.

कामरेड गणेश पासवान को लाल सलाम!