असंगठित कामगार महासंघ का दूसरा बिहार राज्य सम्मेलन सम्पन्न

असंगठित कामगार महासंघ का दूसरा बिहार राज्य सम्मेलन सम्पन्न

ऐक्टू से सम्बद्ध ‘असंगठित कामगार महासंघ’ का दूसरा बिहार राज्य सम्मेलन जहानाबाद में 13 दिसम्बर को सम्पन्न हुआ. इस मौके पर सम्मेलन हॉल का नाम का. यमुना प्रसाद पोद्दार सभागार एवं सम्मेलन स्थल का नाम का. स्वपन मुखर्जी नगर रखा गया था. सम्मेलन की शुरुआत असंगठित कामगार महासंघ के राज्य अध्यक्ष एस.के.शर्मा द्वारा महासंघ के झंडोत्तोलन एवं सभी अतिथियों-प्रतिनिधियों द्वारा शहीद वेदी पर पुष्प अर्पण के साथ हुआ. सम्मेलन की अध्यक्षता एस.के.शर्मा, मुकेश मुक्त व सावित्री देवी ने की जबकि संचालन सुभाष कुमार, शशिशेखर चैबे व मनोज यादव ने किया. सम्मेलन का उदघाटन ऐक्टू के राज्य अध्यक्ष श्यामलाल प्रसाद ने किया.

सम्मेलन के मुख्य वक्ता भाकपा-माले के केंद्रीय कमेटी सदस्य रामजतन शर्मा थे. सम्मेलन को मुख्य अतिथि के बतौर ऐक्टू के बिहार राज्य महासचिव आर.एन.ठाकुर और भाकपा-माले, जहानाबाद के जिला सचिव श्रीनिवास शर्मा ने संबोधित किया.

प्रतिनिधि सत्र की शुरुआत में महासंघ के राज्य अध्यक्ष एस.के.शर्मा ने अध्यक्षीय वक्तव्य रखा और महासचिव चंद्रकिशोर प्रसाद ने काम-काज की रिपोर्ट प्रस्तुत की. इसके साथ ही कोषाध्यक्ष शशिशेखर चैबे ने आय-व्यय का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया. प्रतिनिधियों द्वारा दिए सुझावों को ग्रहण करते हुए महासचिव चंद्रकिशोर प्रसाद ने सदन के समक्ष अपना जवाब प्रस्तुत किया. इसके बाद सदन ने सर्वसम्मति से काम-काज और आय-व्यय की रिपोर्ट को पारित किया.

सम्मेलन के पर्यवेक्षक ऐक्टू के राज्य अध्यक्ष श्यामलाल प्रसाद ने राज्य कार्यकारिणी का चुनाव सम्पन्न कराया. सदन ने सर्वसम्मति से 17-सदस्यीय राज्य कार्यकारिणी निर्वाचित की. मुकेश मुक्त को अध्यक्ष, शिवशंकर प्रसाद, रामबली प्रसाद व सावित्री देवी को उपाध्यक्ष, चंद्रकिशोर प्रसाद को महासचिव, सुभाष कुमार, मनोज यादव व राजकिशोर शर्मा को सचिव, शशिशेखर चैबे को कोषाध्यक्ष, और बालमुकुंद चैधरी, राजेश कुमार, लूटन तांती, सतीश कुमार सिंह, कली देवी, मो.कम्मो, रामलाल राय व सोनू यादव को कार्यकारिणी सदस्य चुना गया.

 महासचिव चंद्रकिशोर प्रसाद ने सदन के समक्ष निम्न प्रस्ताव रखा जिसे सदन ने सर्वसम्मति से पारित किये. पारित प्रस्ताव इस प्रकार हैंः

जहानाबाद की मिश्रबिघा में दो गरीबों की निर्मम हत्या एवं तीन की बर्बर पिटाई कर उसे गंभीर रुप से जख्मी किए जाने की सम्मेलन तीखी निंदा करता है और मृतक के परिवार को 5-5 लाख व घायलों को 2-2 लाख रुपये मुआवजा सहित दबंगों को गिरफ्तार कर सजा देने की मांग करता है.

जुगाड़ गाड़ी गरीबों के रोजगार का साधन है, इसे मोटर वेहकिल्स ऐक्ट में शामिल कर लाइसेंस प्रदान किया जाए और चलाने की अनुमति दी जाए.

असंगठित मजदूरों के निबंधन हेतु प्रत्येक जिला में नोडल पदाधिकारी पदस्थापित किया जाए. सामाजिक सुरक्षा के अन्तर्गत बुढ़ापा पेंशन दी जाए और कोष का निर्माण किया जाए. असंगठित कामगारों के हित के लिए सम्मेलन द्वारा तैयार मांग-पत्र पर शीघ्र निर्णय लिया जाए.

केंद्र की भाजपा सरकार मजदूरों के हित में बने कानून को समाप्त कर मजदूर-विरोधी नए-नए कानून बना रही है और मजदूरों के हित की अनदेखी कर रही है. सम्मेलन इसकी तीखी भत्र्सना करता है और ऐसे मजदूर विरोधी कानूनों पर अविलम्ब रोक लगाने की मांग करता है.

अन्त में नवनिर्वाचित राज्य अध्यक्ष मुकेश मुक्त के संबोधन के साथ सम्मेलन समाप्त हुआ. ु