का. सुखन तांती

भाकपा-माले व ऐक्टू के भागलपुर जिले, बिहार के लोकप्रिय मजदूर नेता का. सुखन तांती का 13 जनवरी 2018 को निधन हो गया. ऐक्टू के पूर्व जिला कमिटी सदस्य व निर्माण मजदूर नेता  का. सुखन तांती ऐक्टू के उन शुरुआती नेताओं में से थे जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से भागलपुर में ऐक्टू को स्थापित किया. पेशे से राजमिस्त्री 68 वर्षीय का. सुखन तांती निरक्षर थे, लेकिन ऐक्टू के संपर्क में आते ही उन्होंने जल्द ही संगठन और मजदूर आंदोलन की अनिवार्यता को समझ लिया. 2006-07 में उन्होंने भाकपा-माले की सदस्यता हासिल की. संगठन व मजदूर आंदोलन के प्रति गहरी प्रतिबद्धता की वजह से वे मजदूरों के बीच काफी लोकप्रिय थे और मजदूर उनका बेहद सम्मान किया करते थे. 2014-15 तक वे ऐक्टू व भाकपा-माले की प्रत्येक कार्यवाही का अभिन्न अंग हुआ करते थे. 2014-15 में वे लकवा-ग्रस्त हो गए और अंततः 13 जनवरी 2018 की संध्या में उन्होंने नाथनगर के दिग्घी किसनपुर स्थित अपने आवास पर अपनी अंतिम सांसे ली. वे प्रतिबद्ध मजदूर नेता थे. उनका निधन मजदूर आंदोलन की अपूरणीय क्षति है. 14 जनवरी को सैकड़ों मजदूरों ने उनकी अंतिम यात्रा में शामिल होकर उन्हें श्रद्धांजलि दी.
16 जनवरी को स्थानीय यूनियन कार्यालय, सुरखीकल में सभा कर भाकपा-माले व ऐक्टू ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. सभा की शुरुआत उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण व 2 मिनट के मौन के साथ हुई. सभा की अध्यक्षता ऐक्टू के राज्य परिषद् सदस्य व भाकपा-माले नेता अमर कुमार ने की.
श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए ऐक्टू व माले नेताओं ने कहा कि देश कॉरपोरेट- सांप्रदायिक फासीवादी खतरे के सबसे चुनौतीपूर्ण दौर का सामना कर रहा है और इसे शिकस्त देने के लिए मजदूर वर्ग द्वारा बढ़ाया गया हर मजबूत कदम का. सुखन को श्रद्धांजलि होगी. आइए, जन एकता व संघर्ष को और मजबूत करने के कार्यभार को पूरा करने का संकल्प दोहराएं और इस शोक को संघर्ष में बदल डालें.
सभा को भाकपा-माले के राज्य कमिटी सदस्य व ऐक्टू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एस.के. शर्मा, ऐक्टू व बिहार राज्य निर्माण मजदूर यूनियन के राज्य सचिव मुकेश मुक्त, लूटन तांती, गणेश पासवान, जगरनाथ शर्मा, बुधनी देवी, सैय्यद बसर अली, पूनम देवी, सजनी देवी आदि ने संबोधित किया.