ऐक्टू के नेतृत्व मे रेलवे और इफ्को के ठेका मजदूरों ने इलाहाबाद के जिलाधिकारी कार्यालय पर किया प्रदर्शन

ऐक्टू के नेतृत्व मे ठेका मजदूरों ने इलाहाबाद के जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया जिसमें एनसी रेलवे (इलाहाबाद) और इफ्को (फूलपुर) कारखाने के सैकड़ों ठेका मजदूर शामिल थे. उत्तर मध्य (एनसी) रेलवे, इलाहाबाद जोन मे हजारों ठेका मजदूर काम करते हैं, इन्हें न समय से वेतन मिलता है, न ही पीएफ और ईसआई की सुविधा, न्यूनतम वेतन न मिलने और शोषण के खिलाफ आवाज उठाने पर इन्हें बिना किसी कानूनी प्रक्रिया का पालन किये तत्काल काम से हटा दिया जाता है, रिटर्निंग रुम/गार्ड ड्राइवर लाॅबी में कार्यरत खाना बनाने वाले कुक व हेल्पर तथा वाशिंग सेन्टर मे या स्टेशन ऑफिस/ प्लेटफार्म पर कार्यरत सफाई कर्मचारी, सुरक्षा गार्ड, कपड़े धोने वाले ठेका मजदूरों के हालात बहुत खराब हैं, महिला कर्मचारियों को तो अकसर यौन शोषण का सामना करना पड़ता है.

इफ्को, फूलपुर ठेका मजदूर तो कई बड़े आन्दोलनों के माध्यम से यहां के ठेका मजदूरो के बीच पीएफ, ईएसआई, न्यूनतम वेतन जैसे कानूनी अधिकार लागू करवाने में कामयाब हुए हैं. इफ्को, फूलपुर कारखाने के आसपास कोई ईएसआई अस्पताल/क्लीनिक न होने की वजह से थोड़ी बहुत चिकित्सीय सलाह के लिए फूलपुर से इलाहाबाद सैकड़ों रुपये किराया खर्च करके ठेका मजदूर ईलाज करवाने के लिए आते-जाते हैं, जबकि फूलपुर इलाके में हजारों की संख्या मे ईएसआई कार्ड धारक मजदूर रहते हैं. ऐक्टू के नेतृत्व मे वर्षो चले संघर्ष के बाद फूलपुर क्षेत्र को ईएसआई कवर्ड क्षेत्र घोषित किया गया है, लेकिन क्लीनिक/अस्पताल नजदीक न होने की वजह से मजदूरों की समस्या ज्यों कि त्यों बनी हुई है, इसलिए इफ्को कारखाने के आसपास तत्काल ईएसआई अस्पताल/क्लीनिक खोलने की मांग उठाई जा रही है.

धरने का नेतृत्व ऐक्टू जिला कार्यवाहक अध्यक्ष एस.सी. बहादुर, नार्थ सेंट्रल रेलवे ठेका वर्कर्स यूनियन, इलाहाबाद के अध्यक्ष दीपकांत; इफ्को, फूलपुर ठेका मजदूर संघ के अध्यक्ष देवानंद के अलावा विजय श्रीवास्तव, अधिवक्ता माता प्रसाद और अन्य साथियों ने किया. धरना/प्रदर्शन के बाद जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया.
धरने का संचालन नार्थ सेंट्रल रेलवे ठेका वर्कर्स यूनियन इलाहाबाद के महामंत्री व ऐक्टू जिला सचिव डा. कमल उसरी ने किया.