फिक्स्ड टर्म इंप्लॉयमेंट को बिहार सरकार द्वारा लागू करने के खिलाफ बहिष्कार

फिक्स्ड टर्म इंप्लॉयमेंट को बिहार सरकार द्वारा लागू करने के लिए बुलाई गई बैठक का केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने संयुक्त रूप से बहिष्कार किया

मोदी सरकार द्वारा औद्योगिक नियोजन (स्थाई आदेश) अधिनियम 1946 में संशोधन करते हुए “नियत अवधि नियोजन“ (फिक्स्ड टर्म इंप्लॉयमेंट) का प्रावधान किया है.

बिहार की नितीश-भाजपा सरकार द्वारा फिक्स्ड टर्म इंप्लॉयमेंट को स्टैंडिंग आर्डर में शामिल करते हुए इसे बिहार राज्य में लागू करने के लिये बिहार औद्योगिक नियोजन (स्थाई आदेश) नियमावली 1947 में आवश्यक संशोधन के लिये श्रम संसाधन विभाग द्वारा श्रमायुक्त की अध्यक्षता में नियोजन भवन, पटना में 23 नवंबर 2018 को एक त्रिपक्षीय बैठक का आयोजन किया गया था जिसमें केंद्रीय ट्रेड यूनियनों को अपने सुझावों के लिये आमंत्रित किया गया था. केंद्रीय ट्रेड यूनियनों - ऐक्टू, एटक, सीटू, इंटक, टीयूसीसी, यूटीयूसी, एचएमएस तथा बीएमएस - सहित बिहार के सभी आठों केंद्रीय ट्रेड यूनियनों व अन्य मज़दूर संगठनों के नेताओं ने इस बैठक का सन्युक्त रूप से न सिर्फ बहिष्कार किया बल्कि नियोजन भवन बैठक स्थल पहुंच कर श्रमायुक्त के समक्ष ‘‘फिक्स्ड टर्म इंप्लॉयमेंट’’ का प्रावधान स्टैंडिंग आर्डर में शामिल करने सम्बन्धी पत्र को फाड़कर हवा में लहरा दिया और बैठक स्थल से बाहर निकल गए. साथ ही इन प्रावधानों को निरस्त करने तथा बैठक का बहिष्कार करने सम्बन्धी पत्र भी श्रम विभाग को सौंपा गया.

इस पूरे कार्यक्रम का नेतृत्व ऐक्टू नेता रणविजय कुमार समेत अन्य यूनियनों के नेताओं ने किया. केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की ओर से जारी संयुक्त विज्ञप्ति में ऐक्टू नेता रणविजय कुमार ने बताया कि फिक्स्ड टर्म इंप्लॉयमेंट मज़दूर वर्ग पर अबतक का सबसे बड़ा हमला है और मोदी सरकार की मालिक-परस्ती की पराकाष्ठा है. इन प्रावधानों-संशोधनों के लागू होने से देश भर में स्थाई नियोजन-नौकरी नाम की चीज ही नहीं बचेगी, साथ ही “हायर एंड फायर“ की नीति अपने शीर्ष पर पहुंचेगी तथा करोड़ों कामगारों को सामाजिक सुरक्षा के प्रावधानों से अलग कर दिया जाएगा.

उक्त ट्रेड यूनियनों ने संयुक्त रूप से सभी कामगारों-मेहनतकशों का मोदी व नितीश सरकार के इस मज़दूर विरोधी ‘‘फिक्स्ड टर्म इंप्लॉयमेंट’’ प्रावधान और संशोधनों का पुरजोर विरोध करने और 8-9 जनवरी की देशव्यापी आम हड़ताल को सफल करने का आहृान किया. ु