ऐक्टू, भागलपुर का 5वां जिला सम्मेलन संपन्न

केंद्र व राज्य सरकारों की मजदूर विरोधी नीतियों और ट्रेड यूनियन अधिकारों पर बढ़ते हमले के खिलाफ नियमित काम, बेहतर मजदूरी, सुरक्षा व सम्मान के सवाल पर 16 दिसम्बर को स्थानीय संयुक्त भवन परिसर, भागलपुर में ऐक्टू का 5वां जिला सम्मेलन जिला अध्यक्ष एस.के. शर्मा की अध्यक्षता में संपन्न हुआ. सम्मेलन स्थल का नाम का0 यमुना प्रसाद पोद्दार नगर, सभागार का नाम का0 जगदीश तांती व मंच का का0 सुखन तांती के नाम से रखा गया था. इस अवसर पर पूरे परिसर को लाल झंडों-बैनरों व मांग पट्टिकाओं से सुसज्जित किया गया था. गूंजते नारों व तालियों की गड़गड़ाहट के बीच ऐक्टू के राज्य परिषद सदस्य व भाकपा-माले के नगर सचिव सुरेश प्रसाद साह द्वारा झंडोत्तोलन और शहीद वेदी पर पुष्प अर्पण के साथ सम्मेलन की शुरुआत हुई. सम्मेलन में कुल 276 महिला-पुरुष मजदूर प्रतिनिधि शामिल हुए.

सम्मेलन का उद्घाटन ऐक्टू के राज्य महासचिव सह राष्ट्रीय सचिव आर.एन. ठाकुर ने किया और सरकार की मजदूर विरोधी और साम्प्रदायिक उन्माद भड़काने वाली नीतियों की विस्तृत चर्चा करते हुए 8-9 जनवरी की राष्ट्रीय आम हड़ताल को शानदार तरीके से सफल बना कर मजदूर विरोधी सत्ता को सबक सिखाने का आहृान किया. सम्मेलन के मुख्य अतिथि ऐक्टू के राज्य अध्यक्ष व ऑल इण्डिया म्युनिसिपल वर्कर्स फेडरेशन के राष्ट्रीय महासचिव श्यामलाल प्रसाद थे.

प्रतिनिधि सत्र में जिला सचिव मुकेश मुक्त ने यूनियनों के ’काम-काज’ व ’आय-व्यय’ की रिपोर्ट पेश करते हुए संगठन को मजबूत कर भागलपुर को मजदूर आंदोलन का केंद्र बनाने का आहृान किया.      सम्मेलन के पर्यवेक्षक ऐक्टू के राज्य अध्यक्ष श्यामलाल प्रसाद ने नयी जिला कार्यकारिणी का चुनाव सम्पन्न कराया. सम्मेलन ने 19-सदस्यीय जिला कार्यकारिणी निर्वाचित की. इसमें एस.के. शर्मा अध्यक्ष, मुकेश मुक्त सचिव और सुरेश प्रसाद साह कोषाध्यक्ष सदस्य चुने गए.

ऐक्टू के साथ ही बिहार राज्य निर्माण मजदूर यूनियन के जिला शाखा भागलपुर का चौथा सम्मेलन भी अयोजित किया गया. पर्यवेक्षक ने बिहार राज्य निर्माण मजदूर यूनियन की भी नयी जिला कार्यकारिणी का चुनाव सम्पन्न कराया.

अध्यक्ष एस. के. शर्मा द्वारा प्रस्तुत प्रस्तावों को पारित करते हुए सम्मेलन ने पिछले 16 दिनों से राज्य भर में जारी आशा कर्मियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल व उनकी मांगों का समर्थन किया; आंगनबाड़ी सहायिका-सेविका व विद्यालय रसोइयों के आंदोलन व उनकी मांगों का समर्थन किया; मजदूरों, किसानों, महिलाओं, दलितों व अल्पसंख्यकों पर बढ़ते संगठित व सांस्थानिक हमलों पर रोक लगाने व उनके अधिकारों व सुरक्षा-सम्मान की गारंटी की मांग की; ओर स्मार्ट सिटी के बहाने गरीबों-मजदूरों को शहर से बाहर खदेड़ देने की सरकारी साजिश पर अविलम्ब रोक लगाने की मांग की.

सम्मेलन को भाकपा-माले के जिला सचिव बिंदेश्वरी मंडल, अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ (गोप गुट) के सम्मानित जिला अध्यक्ष योगेंद्र डे, जिला अध्यक्ष विष्णु कुमार मंडल, जिला सचिव श्यामनंदन सिंह, खेग्रामस के जिला अध्यक्ष पुरुषोत्तम दास, ऐपवा की जिला सचिव रेणु देवी सहित दर्जनों मजदूर प्रतिनिधियों ने संबोधित किया. 