झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ का 6ठा राज्य सम्मेलन संपन्न

झारखण्ड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ का 6ठा राज्य सम्मेलन 21-22 दिसम्बर 2018 को रांची में सम्पन्न हुआ. राज्य सम्मेलन का उद्घाटन राजीव डिमरी, महासचिव, ऐक्टू ने किया. उद्घाटन सत्र को ऐक्टू के राज्य सचिव शुभेन्दु सेन, बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ (गोप गुट) के सम्मानित अध्यक्ष रामबली प्रसाद और महासचिव प्रेमचन्द कुमार सिन्हा ने संबोधित किया.

राज्य सम्मेलन में 24 जिलों और 15 सम्बद्ध संघों के प्रतिनिधियों एवं प्रेक्षकों ने भाग लिया. प्रतिनिधि सत्र में महासचिव के प्रतिवेदन पर 40 प्रतिनिधियों ने बहस में हिस्सा लिया तथा सुझाव प्रस्तुत किये. राज्य सम्मेलन में विचार-विमर्श के पश्चात निम्नांकित प्रस्ताव पारित किये गयेः

  • सभी केन्द्रीय ट्रेड यूनियनों एवं सेवा संघों के आहृान पर 12 सूत्री मांगों के लिये आहूत आगामी 8-9 जनवरी 2019 की आम हड़ताल का समर्थन करते हुए राज्य महासंघ भी हड़ताल में शामिल होगा.
  • विगत एक माह से हजारों पारा टीचर, मनरेगा कर्मी एवं राजस्व उप निरीक्षकों की हड़ताल चल रही है. हड़ताल का समर्थन करते हुए राज्य सरकार से मांग की गई कि जनहित में लंबित मांगों की पूर्ति हेतु वार्ता कर हड़ताल समाप्त करायी जाय.
  • राज्य कर्मियों को आवंटन के अभाव में साल भर का वेतन नही मिलता है. खासकर चिकित्सा विभाग में यह स्थायी रूप ग्रहण कर चुका है. सरकार सभी विभागों को एकमुश्त आवंटन निर्गत करने पर विचार करे. साथ ही 2211 शीर्ष के स्वास्थ्य कर्मियों को पूर्व की भांति राज्य सरकार अपने स्तर से वेतन का आवंटन निर्गत करने पर विचार करे.
  • 2004 से लागू नई पेंशन योजना समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना को राज्य सरकार लागू करे. अन्यथा बाध्य होकर मार्च 2019 में अनिश्चितकालीन हड़ताल करने पर विचार किया जायेगा.
  • संघ/महासंघ के पदधारकों तथा जिला संवर्ग के कर्मियों का स्थानान्तरण राज्य स्तर पर किया जा रहा है, जो निर्गत सरकारी परिपत्रों के विरूद्ध है. इसी प्रकार संघ/महासंघ के पदधारकों का भी स्थानान्तरण किया जा रहा है, इस पर दृढ़ता से रोक लगायी जाय.

भोजनावकाश के बाद नए सत्र के लिये राज्य महासंघ के पदाधिकारियों का चुनाव रामबली प्रसाद तथा प्रेमचन्द्र कुमार सिन्हा, बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ की देख-रेख में सम्पन्न हुआ. सिंघेश्वर सिंह सम्मानित अध्यक्ष, तारणी प्रसाद कामत मुख्य संरक्षक सुशीला तिग्गा संरक्षक, गोपाल शरण सिंह अध्यक्ष, सुदेश कुमार महासचिव और ब्रजेश कुमार सिंह कोषाध्यक्ष चुने गये.

साथ ही संघर्ष कोष की पार्षद का चुनाव किया गया जिसके अध्यक्ष मनोज कुमार लाल दास और सचिव माधव कुमार सिंह चुने गये. 