सीएसडब्लूयू, भिलाई के बैनर तले प्रदर्शन

सेंटर ऑफ स्टील वर्कर्स - सीएसडब्लूयू, भिलाई (संबद्ध ऐक्टू) ने भिलाई स्टील प्ंलाट में कार्यरत स्थाई इस्पात कर्मियों व ठेका श्रमिकों के ज्वलंत मुद्दों को जोर-शोर से उठाते हुए 2 फरवरी, 2019 को इक्विपमेंट चैक, सेक्टर-1, आई.आर. के सामने एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन कर इस संबंध में आई.आर. के माध्यम से प्लांट प्रबंधन को और एचएससीएल प्रबंधन को अलग-अलग ज्ञापन सौंपकर इस्पात कर्मियों व ठेका श्रमिकों की समस्याओं के त्वरित निराकरण की मांग की.

धरने को ऐक्टू व भाकपा-माले नेताओं अशोक मिरी, बृजेंद्र तिवारी, श्याम लाल साहू, शिवकुमार प्रसाद, वासुकि प्रसाद उन्मत्त, ए. शेखर राव, मुक्तानंद साहू, प्रभाकर दाते, घनश्याम त्रिपाठी, जयप्रकाश नायर, हेमंत टंडन, रूपेश कोसरे, आदि ने संबोधित किया.

वक्ताओं ने इस्पात कर्मियों व ठेका श्रमिकों की जायज़ मांगों का समर्थन करते हुए केंद्र व राज्य सरकारों और प्रबंधन की कर्मचारी व मजदूर विरोधी नीतियों की तीखी आलोचना की. वक्ताओं ने केंद्र सरकार के बज़ट-2019 को पूरी तरह भ्रामक करार देते हुए कहा कि वास्तव में केंद्र सरकार अपनी चौरतफा नाकामी और बदनामी से बेहद घबराई हुई है और अच्छी तरह समझ गई है कि 2019 के आम चुनाव में वह बुरी तरह हार रही है, इसीलिए सरकार द्वारा जाते-जाते लोगों को फिर से फुसलाने के लिए भ्रामक दावे और जुमलों की बौछार की गई है.

वक्ताओं ने देश के सुप्रसिद्ध बुद्धिजीवी और चिंतक तेलतुंबड़े की गिरफ़्तारी की तीखी निंदा करते हुए उनकी जल्द निःशर्त रिहाई की मांग की.

संयंत्र प्रबंधन को सौंपे गए ज्ञापन में इस्पात कर्मियों के लिये जनवरी, 2017 से लागू होने वाले वेतन समझौते को तत्काल लागू करने; लंबे समय से छुट्टी नगदीकरण पर लगी रोक हटाने और कर्मियों के लिये सेल पेंशन स्कीम जल्द से जल्द लागू करने; संयंत्र के ठेका श्रमिकों, जिनकी उत्पादन कार्यों में सहभागिता नियमित कर्मियों से कहीं ज्यादा बढ़ गई है, का लंबे समय से जारी बर्बर शोषण एवं जायज़ हकों से उनकी वंचना को समाप्त करने तथा इनके लिये श्रम कानूनों का कड़ाई से पालन करने, हाज़िरी कार्ड, वेतन पर्ची, पीएफ पर्ची अनिवार्य रूप से मुहैया कराते हुए महीने की 10 तारीख़ तक वेतन-भुगतान सुनिश्चित करने समेत तमाम सुविधायें देने; सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन करने और सीवरेज़ व ड्रेनेज़ के मेन होल की सफाई के लिए मशीनों का उपयोग सुनिश्चित करने की प्रमुखता से मांगें उठाई गईं.

एचएससीएल प्रबंधन को सौंपे गए ज्ञापन में ठेका श्रमिकों की मांगों के अतिरिक्त एचएससीएल के स्वैच्छिक सेवानिवृत्त कर्मियों की बकाया राशि के तत्काल भुगतान करने की मांग को प्रमुखता से उठाया गया.