बाल्को, कोरबा में प्रबंधन के खिलाफ धरना

बाल्को नगर, कोरबा में बाल्को के वेदांता प्रबंधन द्वारा निरंतर श्रमिक एवं जन शोषण के विरोध में 14 जून को आज़ाद चौक, परसाभाठा में एक संयुक्त धरना एवं आम सभा का आयोजन किया गया जिसमें श्रमिक संघों के अलावा लघु व्यापारी संगठन, आदिनिवासी गण परिषद तथा बाल्को द्वारा गोद लिये गये गांवों के पंचायत प्रतिनिधि शामिल हुए.

वक्ताओं ने प्रबंधन की दमनकारी नीतियों के संबंध में विस्तार से बताते हुए कहा कि बाल्को प्लांट में दबावपूर्वक कराये गये विवादित वेतन समझौते के माध्यम से नियमित एवं ठेका कर्मियों की सेवा शर्तों को बदलकर 2 साल पहले ही 58 साल में सेवा से अलग कर उन्हें प्लांट से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है, अनुकंपा नियुक्तियां बंद कर दी गई हैं, नियमित उत्पादन के कामों में ठेका श्रमिकों को ’समान काम के समान वेतन’ के नियम के विपरीत दबावपूर्वक काम पर रखा जा रहा है. ट्रेनीज/अप्रेंटिसों से सेवा सुरक्षा के बिना ही सभी पालियों में काम लिया जा रहा है, प्लांट के अंदर अल्कोहल टेस्ट, स्वास्थ्य सुरक्षा व अनुशासन के नाम पर श्रमिक प्रताड़ना के नित नये हथकंडे अपनाते हुए प्रबंधन द्वारा श्रम कानूनों का खुला उल्लंघन आज आम हो गया है. नियमित नियुक्तियां बंद कर दी गई हैं, ठेका कर्मियों की नियुक्तियों में भी स्थानीय बेरोजगारों की उपेक्षा कर ठेकेदारों ने प्रबंधन की शह पर गैर-प्रांतीय लोगों को लाकर स्थानीय लोगों के रोजगार के दरवाजों को बंद कर दिया है.

वेदांता के सीएसआर मद से सामुदायिक विकास के नाम पर गोद लिये गये गांवों व बस्तियों और समूचे क्षेत्रीय विकास की घोर उपेक्षा की जा रही है. पर्यावरण, वानिकी, राखड़ प्रदूषण ने क्षेत्र वासियों का जीना हराम कर दिया है जिससे लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है. वक्ताओं ने आने वाले दिनों में वेदांता के शोषणकारी व दमनकारी कदमों के खिलाफ संगठित होकर आंदोलन की ओर बढ़ने का जनता का आह्वान किया. आम सभा को ऐक्टू सह बाल्को प्लांट के नेता बीएल नेताम, भूपेंद्र गोंड एवं रामजी शर्मा के अलावा अन्य शामिल संगठनों के नेताओं ने संबोधित किया. ु