ईस्ट सेंट्रल रेलवे इंप्लाईज यूनियन द्वारा कन्वेंशन का आयोजन

16 जुलाई को दरभंगा में ईस्ट सेंट्रल रेलवे इम्पलाईज यूनियन (संबद्ध ऐक्टू) के बैनर तले निजीकरण, निगमीकरण और एनपीएस के खिलाफ कन्वेंशन आयोजित किया गया. दरभंगा रेलवे स्टेशन के नजदीक आयोजित इस कन्वेंशन के मुख्य वक्ता रेल मजदूरों के फेडरेशन आइआरईएफ के सम्मानित अध्यक्ष रवि सेन तथा भाकपा-माले नेता धीरेंद्र झा थे.

कन्वेंशन में वक्ताओं ने मोदी सरकार के ‘100 दिन के ऐक्शन प्लान’ के जरिए रेलवे के निजीकरण व निगमीकरण की योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की और इससे रेल मजदूरों व देश को होनेवाली भारी क्षति के बारे में बताते हुए इसके खिलाफ रेलकर्मियों से एकजुट होकर जोरदार आंदोलन खड़ा करने का आह्वान किया. कन्वेंशन ने निजीकरण/निगमीकरण बंद करने, रेल मजदूरों को समयबद्ध प्रोमोशन की गारंटी करने, एलडीसीइ को सबके लिए बनाने, 12 घण्टे की जगह 8 घंटे का रोस्टर ड्यूटी लागू करने, 1980 के समझौते के मुताबिक रनिंग भत्ता देने, पहले की तरह ही सभी विभागों का बिल यूनिट दरभंगा में स्थापित करने, ठेका श्रमिकों का स्थाईकरण करने तथा रेल कर्मचारियो का शोषण बंद करने की मांग संबंधी प्रस्ताव पारित किए.

कन्वेंशन को बीएन चैधरी (एआइएसएमए के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव व आइसीआरईयू के जोनल संरक्षक), रत्नेश वर्मा, सचिव, आइसीआरईयू, समस्तीपुर डिवीजन तथा संतोष पासवान (केन्द्रीय कमिटी सदस्य, आइआरईएफ) व संजीव कुमार मिश्रा ने भी संबोधित किया.