निजीकरण, नई पेंशन स्कीम व श्रम कानूनों में संशोधन के खिलाफ लखनऊ और खुर्दा में जन कन्वेंशन

आईआरईएफ (इंडियन रेलवे इंप्लाईज फेडरेशन) से संबद्ध पूर्वोत्तर रेलवे (एनईआर) वर्कर्स यूनियन तथा ऐक्टू की उत्तर प्रदेश इकाई के तत्वावधान में 15 सितंबर 2019 को लखनऊ में और ईस्ट कोस्ट रेलवे इंप्लाइज यूनियन तथा ऐक्टू की उड़ीसा इकाई के तत्वावधान में खुर्दा जंक्शन में 24 सितंबर को जन कन्वेंशनों का आयोजन किया गया. लखनऊ मे आयोजित कन्वेंशन के मुख्य वक्ता आईआरईएफ नेता व ‘फ्रंट अगेंस्ट न्यू पेंशन स्कीम इन रेलवे’ (एफएएनपीएसआर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरीक सिंह ने कहा कि रेलवे, रक्षा, बैंक, बीमा, तेल सहित सार्वजनिक क्षेत्र के तमाम उपक्रमों को मोदी सरकार कॉरपोरेट घरानों के हवाले करना चाहती है. सार्वजनिक क्षेत्र किसानों-मजदूरों के बच्चों को सर्वाधिक रोजगार उपलब्ध कराते हैं. एक समय अकेले रेलवे 21 लाख लोगों को रोजगार देता था, किन्तु आज रेलवे में बमुश्किल 11 लाख ही कर्मचारी रह गये हैं. इस दौरान रेलयात्रियों, रेल गाड़ियों व मालगाड़ियों की संख्या में वृद्धि हुई है और रेल पटरियों का विस्तार हुआ है. रेल मजदूरों से डेढ़ गुना अधिक काम लिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि स्थापित मजदूर संगठनों ने आंदोलन को कुछ मांगों तक ही सीमित कर दिया था, इसलिए हम उदारीकरण के हमलों को नहीं रोक सके. उन्होंने आगे कहा कि मोदी सरकार मजदूर वर्ग सहित समाज के सभी हिस्सों में विभाजन व नफरत पैदा कर रही है. भाजपा का हमला सर्वव्यापी है. इसका जवाब भी संघर्ष में सबकी एकता से ही दिया जा सकता है. 

आईआरईएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज पांडे ने कहा कि मजदूरों ने संघर्षों के बदौलत गुलाम भारत में अपने लिए जो अधिकार हासिल किये व कानून बनवाये थे, आज भाजपा उन्हें छीन रही है और मालिक वर्ग के लिए काम कर रही है. हम इस बात पर यकीन नहीं करते कि सरकार को पीछे नहीं ढकेला जा सकता. डिफेंस मजदूरों की हड़ताल ने मजदूर आंदोलन के लिए एक बड़ा संदेश दिया है और जीतने का विश्वास पैदा किया है. 

इससे पहले, ऐक्टू नेता विजय विद्रोही ने कन्वेंशन में आधार वक्तव्य रखा. कन्वेंशन की अध्यक्षता ऐक्टू की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रेमलता पांडेय ने की. कन्वेंशन को एफएएनपीएसआर के राष्ट्रीय महासचिव व बनारस के डीजल रेल कारखाना के मजदूर नेता राजेंद्र पाल, एनईआर वर्कर्स यूनियन के नेता जेएन शाह, रायबरेली की रेल कोच फैक्टरी की संघर्ष समिति के नेता सुशील गुप्ता, उत्तर रेलवे मजदूर यूनियन के नेता नरेंद्र सिंह, एनईआर यूनियन के मंजीत सिंह जगाधारी, पूर्व मध्य रेलवे इंप्लाईज यूनियन के मुगलसराय मंडल महामंत्री संतोष पासवान, अवकाश प्राप्त रेल नेता व ऐक्टू के लखनऊ संयोजक मधुसूदन मगन, उ. प्र. निर्माण मजदूर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र, लखनऊ पीजीआई नर्सिंग यूनियन के नेता सुजान सिंह व सीमा शुक्ला, उ. प्र. ग्रामीण प्रहरी यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रामानंद पासवान, जितेंद्र यादव, इफ्को ठेका मजदूर संघ के अध्यक्ष देवानंद भारती, कताई मिल मजदूर मोर्चा के नेता रामप्रवेश यादव, निर्माण मजदूर यूनियन व भाकपा-माले नेता रामसिंह, आइसा प्रदेश सचिव शिवा रजवार, इंनौस प्रदेश सहसचिव राजीव गुप्ता आदि ने संबोधित किया. पूर्व रेलकर्मी व मजदूर नेता अनिल कुमार ने मजदूरों का मांगपत्र व राजनीतिक प्रस्ताव रखा जिसे सर्वसम्मति से पारित किया गया. कन्वेंशन का संचालन आईआरईएफ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व ऐक्टू नेता कमल उसरी ने किया.

खुर्दा जंक्शन में हुए कन्वेंशन को आईआरईएफ के महासचिव सर्वजीत सिंह, अध्यक्ष मनोज पांडे, सम्मानित अध्यक्ष रवि सेन, उपाध्यक्ष एन.एन. बनर्जी, यूनियन के महासचिव महापात्रा, आदि ने संबोधित किया.