कानपुर में का. हरी सिंह की स्मृति सभा

उत्तर प्रदेश के जाने-माने मजदूर नेता, ऐक्टू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं राज्य अध्यक्ष कामरेड हरी सिंह की स्मृति सभा 10 अक्टूबर 2019 को कानपुर में डिप्टी पड़ाव के निकट इकबाल लाइब्रेरी हॉल में हुई. इसका आयोजन भाकपा-माले और ऐक्टू जिला इकाई ने किया. का. हरी सिंह का निधन लंबी बीमारी के बाद 80 साल की उम्र में बीते 25 सितंबर 2019 को हो गया था.

स्मृति सभा के आरंभ में दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की गई. इस मौके पर भाकपा-माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य, पोलित ब्यूरो सदस्य रामजी राय, राज्य सचिव सुधाकर यादव व अन्य वाम दलों व ट्रेड यूनियनों के नेताओं सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे.

स्मृति सभा को संबोधित करते हुए का. दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि ट्रेड यूनियन आंदोलन में ऐसे बहुतेरे नेता मिलेंगे जो मजदूर आंदोलन के लिए बहुत जुझारू होते हैं, किंतु इसके बाहर वे राजनीतिक और सामाजिक रूप से बहुत सीमित होते हैं. का. हरी सिंह इसके अपवाद थे. जनता के किसी हिस्से पर दमन हो, छात्र आंदोलन का दमन हो, महिलाओं का उत्पीड़न हो, सांप्रदायिकता का प्रश्न हो, मॉब लिंचिंग का प्रश्न हो या देश को बचाने का सवाल हो, वे बिना सोच-विचार में पड़े उस पर पहलकदमी ले लेते थे. का. हरी सिंह दिल और दिमाग दोनों से ही भरपूर ऊर्जा से भरे हुए थे. उनमें विचार करने और उसे हौसले के साथ व्यवहार में लागू करने की अद्भुत क्षमता थी. हरी सिंह जैसे नेता एक दिन में और एक आंदोलन से नहीं बनते, बल्कि लगातार एक रास्ते पर बढ़ते हुए बनते हैं. इतने जिंदादिल और लंबे आंदोलन से पैदा हुए नेता जब जाते हैं, तो समाज पर गहरा असर छोड़ कर जाते हैं.

उन्होंने कहा कि आज महंगाई सहित तमाम प्रश्नों पर जनता को जागरूक करने की जरूरत है और गहरे संवाद की जरूरत है. जनता से कश्मीर, एनआरसी जैसे प्रश्नों पर बात करने की जरूरत है. यह संघ वाले देश में जनता के बीच नफरत पैदा कर रहे हैं. लिंचिंग का विरोध करने वालों को भारत-विरोधी कह रहे हैं. मोहन भागवत कहते हैं कि लिंचिंग की हमारी संस्कृति में कोई अवधारणा नहीं है. उनके लिए यह कोई मुद्दा नहीं है. अगर आज हरी सिंह होते तो वह चुप नहीं रहते, निराश नहीं होते, क्योंकि उनको जनता पर अटूट भरोसा था. उनके सपनों को पूरा करने के लिए हमें लड़ाई को आगे बढ़ाना होगा.

स्मृति सभा में सबसे पहले भाकपा-माले के कानपुर जिला प्रभारी विजय कुमार ने हरी सिंह के जीवन व संघर्ष के समग्र पहलुओं को रखा. सभा को केन्द्रीय कमेटी सदस्य व ऐपवा की प्रदेश अध्यक्ष कृष्णा अधिकारी, माले नेता रमेश सिंह सेंगर, वरिष्ठ ऐक्टू नेता अनंतराम वाजपेई, मजदूर नेता विजय विद्रोही, फारवर्ड ब्लॉक के रामदुलारे, एसयूसीआई के इलाजरस, सीटू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भगवान मिनरल व मोहम्मद वसीम, जल निगम के नेता प्रताप शाही, ऐक्टू के राम सिंह, सुलेखा तिवारी, कमल किशोर, हरी सिंह की पुत्री ऊषा सिंह, पुत्र राना सिंह, आदि ने संबोधित किया. सभा की अध्यक्षता ऐपवा जिलाध्यक्ष शिवानी वर्मा तथा संचालन एडवोकेट अजय सिंह ने किया. ु