ऐक्टू, जम्मू-कश्मीर इकाई का पहला सम्मेलन 

ऐक्टू, जम्मू-कश्मीर इकाई का पहला सम्मेलन 22 दिसंबर 2019 को दिगयाना औद्योगिक क्षेत्र में संपन्न हुआ. 

सम्मेलन की अध्यक्षता वरिष्ठ ट्रेड यूनियन नेता सुभाष मेहता ने की और संचालन ओम प्रकाश सन्याल ने किया. शुरूआत खुले सत्र से हुई जिसमें स्वागत वक्तव्य प्रबोध जमवाल ने दिया. तत्पश्चात खुले सत्र को सीटू के प्रतिनिधि, एससीएलयू के अध्यक्ष नर सिंह और ऐक्टू की ओर से निर्दोष उप्पल ने संबोधित किया. 

प्रतिनिधि सत्र की शुरूआत सम्मेलन के मुख्य अतिथि एवं पर्यवेक्षक ऐक्टू के महासचिव राजीव डिमरी के वक्तव्य से हुआ. सम्मेलन ने मोदी सरकार द्वारा 370 और 35ए हटाने और राज्य में आपातकालीन स्थित बनाने, राज्य और देशभर में मजदूरों के अधिकारों को छीनने और सीएए एवं एनआरसी लाने के माध्यम से नागरिकता पर हमला करने, देश को मंदी में डुबोने और जम्मू-कश्मीर में उद्योग-धंधों की बंदी की समूची स्थिति पर चर्चा की. 

सम्मेलन ने 8 जनवरी की देशव्यापी हड़़ताल के समर्थन में राज्य में प्रतिवाद करने और राज्य में तमाम बंद कारखानों को खुलवाने, आउटसोर्सिंग बंद करवाने और जिन उद्योगों में संभव है उन्हें कोऑपरेटिव आधार पर चलवाने के लिये संघर्ष तेज करने के प्रस्ताव पारित किए.  

सम्मेलन ने 17 सदस्यीय परिषद् का चुनाव किया जिसमें निर्दोष उप्पल को अध्यक्ष, ओम प्रकाश सन्याल को कार्यकारी अध्यक्ष, सुनील सलहन को महासचिव और राजेंद्र सिंह को कोषाध्यक्ष चुना. साथ ही सुभाष मेहता, सज्जाद मागरे, एचडी भौमिक को उपाध्यक्ष और प्रेम चंद एवं जोगिंदर शर्मा को सचिव चुना.