ऐक्टू का दुर्ग जिला सम्मेलन संपन्न

ऐक्टू का दुर्ग जिला सम्मेलन 7 अक्टूबर, 2018 को भिलाई, सेक्टर-6 में सम्पन्न हुआ. सम्मेलन के मुख्य अतिथि ऐक्टू के राष्ट्रीय महासचिव राजीव डिमरी थे तथा पर्यवेक्षक नरोत्तम शर्मा थे. सम्मेलन की शुरूआत दिवंगत साथियों की याद में एक मिनट का मौन रख श्रद्धांजलि देने से हुई.  

सम्मेलन के सुचारु रूप से संचालन के लिए पाँच सदस्यीय अध्यक्षमंडल बनाया गया जिसमें ऐक्टू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भीमराव बागड़े समेत जयप्रकाश नायर, अशोक मिरी, ए.जी. कुरैशी और मोतम भारती शामिल थे.

पर्यवेक्षक के रूप में आये नरोत्तम शर्मा ने ऐक्टू के जिला सम्मेलन की सफलता के लिए शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि वर्तमान परिस्थिति बहुत ही चुनौतीपूर्ण है और ऐक्टू की नवगठित जिला परिषद उन चुनौतियों को गंभीरता से लेते हुए मजदूर आंदोलन का विस्तार करेगी. अतिथि यादराम साहू ने भी सम्मेलन को अपनी शुभकामनाएँ दीं.

सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए ऐक्टू के राष्ट्रीय महासचिव राजीव डिमरी ने कहा कि केंद्र में एक फासीवादी और हिटलरशाही सरकार सत्ता में काबिज है जो लोकतंत्र, आजादी और धर्मनिरपेक्षता का मटियामेट कर रही है. इधर छत्तीसगढ़ के रमन राज में किसानों, मजदूरों, महिलाओं, आदिवासियों का जीवन बेहाल हो गया है. उन्होंने कहा कि सरकार श्रम-कानूनों में संशोधनों के जरिये मजदूरों के अधिकार छीन रही है. सरकार असहमति के स्वरों को बेरहमी से कुचलने पर आमादा है जिसका ताजा उदाहरण है सुधा भारद्वाज, वरवरा राव व गौतम नवलखा सहित पाँच सामाजिक व मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को झूठे मुकदमों में फँसाकर नजरबंद कर दिया गया है. ठेका प्रथा को बेरोकटोक बढ़ाया जा रहा है और फिक्स्ड टर्म एम्प्लॉयमेंट कानून बनाकर स्थायी नियुक्तियों पर रोक लगायी जा रही है. मजदूर वर्ग को नयी गुलामी की ओर धकेला जा रहा है. सम्मेलन को रायपुर से आये कानून के छात्र अक्षय मानकर ने भी संबोधित किया.

सम्मेलन के शुरूआत में वर्तमान राजनीतिक परिस्थिति और मजदूर-आंदोलन की दशा-दिशा पर एक संपूर्ण प्रतिवेदन पढ़ा गया. प्रतिवेदन बृजेंद्र तिवारी ने पेश किया. प्रतिवेदन पर कई साथियों ने अपने विचार रखे. चर्चा उपरांत 27 सदस्यीय जिला परिषद का गठन किया गया जिसमें से 11 पदाधिकारी और 17 कार्यकारिणी सदस्य चुने गए. भीमराव बागड़े को अध्यक्ष, बृजेंद्र तिवारी को सचिव, ए.जी. कुरैशी, तुलसी देवदास, जयप्रकाश नायर और अशोक मिरी को उपाध्यक्ष, ए. शेखर राव को कोषाध्यक्ष तथा श्याम लाल साहू, दिलीप पारकर, पूनाराम साहू और मनोज कोसरे को सहसचिव चुना गया.

सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में ऐक्टू द्वारा प्रकाशित पत्रिका “मोदी का मजदूर वर्ग पर हमलाः आधुनिक गुलामी की ओर’’ का विमोचन भी किया गया.