ऐक्टू, उड़ीसा का दूसरा राज्य सम्मेलन

ऐक्टू की उड़ीसा इकाई का दूसरा राज्य सम्मेलन भुवनेश्वर में 10 दिसंबर को नागभूषण भवन में संपन्न हुआ. ऐक्टू के महासचिव राजीव डिमरी ने सम्मेलन का उद्घाटन किया. उद्घाटन करते हुए उन्होंने मोदी सरकार के मजदूर वर्ग पर हमलों का विस्तार से जिक्र करते हुए 8-9 जनवरी की देशव्यापी हड़ताल को जोरदार ढंग से सफल करने का आहृान किया.

उद्घाटन सत्र को एटक से सौरीबंधु कार, सीटू से लंबोदर नायक, एचएमएस से कृष्ण चंद्र पात्रा, इंटक से किशोर जेना, टीयूसीसी से ज्योती रंजन महापात्रा ने संबोधित किया. साथ ही अखिल भारतीय किसान महासभा से अशोक प्रधान, खेत मजदूर संगठन आईएरला से तिरूपति गोमांगो, छात्र संगठन आइसा से लितुलाल सुबुधी और भाकपा-माले के राज्य सचिव युधिष्ठिर महापात्रा ने सम्मेलन को संबोधित किया. राज्य सचिव महेंद्र परिदा ने अतिथियों और प्रतिनिधियों का स्वागत किया.

ऐक्टू के राज्य अध्यक्ष एन.के. मोहंती ने सम्मेलन की अध्यक्षता की और राधाकांत सेठी ने ऐक्टू के कामकाज की रिपोर्ट प्रस्तुत की जिसे चर्चा के बाद सर्वसम्मति से पास किया गया. सम्मेलन के अंत में ऐक्टू के राष्ट्रीय सचिव और सम्मेलन के पर्यवेक्षक बासुदेब बोस की निगरानी में राज्य कमेटी का चुनाव हुआ. 51-सदस्यीय राज्य परिषद् का चुनाव हुआ जिसमें एन.के. मोहंती को अध्यक्ष, राधाकांत सेठी को कार्यकारी अध्यक्ष और महेंद्र परिदा को महासचिव चुना गया.

सम्मेलन में 15 जिलों से 250 प्रतिनिधि शामिल थे. यह सम्मेलन उड़ीसा में ऐक्टू के कामकाज में हो रहे निरंतर विस्तार को दर्शाता था. 