बिहार में चयनित आईटी मैनेजर अभ्यर्थियों को मिली बड़ी जीत 

बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसाइटी (बीपीएसएम ) द्वारा नवंबर 2017 में 150 चयनित आईटी मैनेजर अभ्यर्थियों के गठित पैनल को समिति द्वारा 10 प्रतिशत ईडब्ल्यूएस आरक्षण की आड़ में 11 जून को मनमाने तरीके से रद्द कर दिया गया था, जिसके बाद “आईटी मैनेजर चयनित अभ्यर्थी संघ“ द्वारा 2 महीने लड़ी गयी लड़ाई के उपरांत बिहार सरकार को बीपीएसएम को पुनः 24 जुलाई ’19 को आदेश जारी कर पैनल बहाल करना पड़ा है.

इस पैनल में कुल 150 में से चयन से वंचित 114 चयनित आईटी मैनेजरों की नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है.

“आईटी मैनेजर चयनित अभ्यर्थी संघ“ के संयोजक संजीव कुमार, सह संयोजक मयंक आंनद, आदि नेताओं ने संघर्ष के बल पर मिली इस जीत के लिये खुशी जाहिर की और भाकपा (माले) विधायक दल नेता महबूब आलम को खासतौर से इस जीत के लिये धन्यवाद ज्ञापित किया है. नेताओं ने जारी बयान में विधायक महबूब आलम द्वारा सामान्य प्रशासन विभाग, बिहार सरकार को पत्र लिखकर व 19 जुलाई को विधान सभा के चालू सत्र में तारांकित सवाल कर सरकार को पैनल रद्द करने का आदेश वापस लेने के लिये मजबूर कर देने के लिये धन्यवाद दिया.

आईटी मैनेजर चयनित अभ्यर्थी संघ के उक्त नेताओं ने छात्र संगठन आइसा, युवा संगठन इनौस तथा केंद्रीय ट्रेड यूनियन, ऐक्टू व कर्मचारी महासंघ (गोप गुट) के नेताओं को संघर्ष में साथ देने के लिये धन्यवाद दिया.

इस बीच महासंघ नेता रामबली प्रसाद, ऐक्टू राज्य सचिव रणविजय कुमार, छात्र संगठन आइसा के राज्य अध्यक्ष मोख्तार, इनौस राज्य अध्यक्ष अजीत कुशवाहा ने चयनित आईटी मैनेजरों को मिली इस जीत के लिये बधाई दी.

आईटी मैनेजर संघ संयोजक संजीव कुमार व मयंक आनन्द ने आगामी 27 जुलाई को ऐक्टू राज्य कार्यालय में आवश्यक बैठक बुलाने की घोषणा की है.