ऐक्टू के केन्द्रीय पदाधिकारियों की बैठक के प्रमुख निर्णय

23-24 अक्टूबर को प. बंगाल के आसनसोल में ऐक्टू के केन्द्रीय पदाधिकारियों की बैठक संपन्न हुयी जिसके प्रमुख निर्णय संक्षिप्त में इस प्रकार हैंः

  • बैठक ने मोदी सरकार-2 के मजदूर वर्ग पर जारी हमलों और देश को गहरी आर्थिक मंदी में झोंक देने और नतीजतन लाखों लोगों को बेरोजगार कर देने तथा आम लोगों का जीवन दुष्कर बना देने वाली कॉरपोरेट-परस्त, मजदूर-विरोधी नीतियों की कड़ी भर्त्सना करते हुए 10 केन्द्रीय ट्रेड यूनियनों के मंच द्वारा बुलाई गई 8 जनवरी 2020 को अखिल भारतीय आम हड़ताल को पूरी ताकत के साथ सफल बनाने का ऐक्टू की समूची सदस्यता का आह्वान किया.
  • बैठक ने बैंक, डिफेंस, और कोयला क्षेत्र के कामगारों को उनकी सफल हड़तालों पर और रेलवे कर्मचारियों, खासतौर पर उत्पादन यूनिटों के कर्मचारियों, को निगमीकरण/निजीकरण के खिलाफ उनके अनवरत संघर्ष के लिए बधाई दी. बैठक ने तेलंगाना के राज्य परिवहन कर्मचारियों के जारी हड़ताली संघर्ष के प्रति एकजुटता जाहिर की.
  • ऐक्टू के 10वें राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन 2-4 मार्च, 2020 को पश्चिम बंगाल के नैहाटी में किया जाएगा.
  • 2019 में ऐक्टू के 30 साल (3 दशक) पूरे हो गये हैं. इस मौके पर, ऐक्टू के राष्ट्रीय सम्मेलन की तैयारियों की दिशा में, विभिन्न राज्यों के महत्वपूर्ण केंद्रों में कन्वेशनों का आयोजन किया जायेगा, और साथ ही, एक बुकलेट का प्रकाशन किया जाएगा.
  • ऐक्टू के केंद्रीय पदाधिकारियों की अगली बैठक 30 जनवरी को और राष्ट्रीय परिषद् की बैठक 31 जनवरी 2020 को भिलाई (दुर्ग) में आयोजित की जाएंगी.