1968 के रेलवे शहीदों को ‘नेशनल मूवमेंट टू सेव रेलवे’ की तरफ से 19 सितंबर को दी गई देश भर में श्रद्धांजलि

रेलवे के निजीकरण/निगमीकरण के खिलाफ जुझारू संघर्ष खड़ा करने का लिया संकल्प

इंडियन रेलवे इम्प्लाइज फेडरेशन (आईआरईएफ) की तरफ से लगातार यह कोशिश रही है कि रेलवे को सार्वजनिक क्षेत्र में बचाए रखने के लिए जो भी संघर्ष की ताकते हैं या फिर आज के समय में संघर्ष को अपना प्रमुख उद्देश्य मानती हैं, वे एक मंच पर आएं और संयुक्त रूप से, योजनाबद्ध तरीके से संघर्ष की अगुवाई करें.

इसी सकारात्मक पहलकदमी का नतीजा है कि रेलवे में कार्यरत कर्मचारियों की अनेक यूनियनें/फेडरेशन/केटेगरिकल एसोसिएशन अपनी पहचान के साथ संयुक्त संघर्ष की तरफ बढ़ रही हैं, और नतीजतन नेशनल मूवमेंट टू सेव रेलवे (एनएमएसआर) का उदय हुआ. इसने सबसे पहले 19 सितंबर 1968 के आंदोलन के रेलवे कर्मी शहीदों को श्रद्धांजलि देकर यह संकल्प लिया कि मोदी सरकार द्वारा जनता की सवारी रेलवे को देसी-विदेशी पूंजीपतियों के हाथों में बेचने के खिलाफ एक निर्णायक भूमिका निभाने की चुनौती स्वीकार करनी होगी, और ‘मिलकर लड़ेगे, जीतेंगे’ का नारा बुलंद करना होगा. 

इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम के तहत उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर), प्रयागराज जोन के प्रयागराज मंडल में आईआरईएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष व नार्थ सेन्ट्रल वर्कर्स यूनियन के महामंत्री मनोज पाण्डेय, आगरा मंडल में राहुल चैरसिया, झांसी मंडल में यूनियन के केंद्रीय अध्यक्ष एसपीएस यादव के नेतृत्व में आयोजन हुए. उत्तरी रेलवे के अंबाला में नर सिंह कुमार, अध्यक्ष उत्तरी रेलवे इम्प्लाइज यूनियन, लखनऊ मंडल में तुलसीराम व अखिलेश यादव, नई दिल्ली मंडल में मनीष हरीनन्दन, मुरादाबाद मंडल में नरेंद्र बघेल व तसिलदार सिंह, फिरोजपुर मंडल में मंसाराम सिंह के नेतृत्व में कार्यक्रम हुए. पूर्वोत्तर रेलवे जोन गोरखपुर मुख्यालय में ‘स्वतंत्र रेलवे बहुजन कर्मचारी यूनियन’ अध्यक्ष अमरजीत व एलरसा के वरिष्ठ साथी जे एन शाह, राजू प्रसाद के नेतृत्व में, वाराणसी मंडल में ‘पूर्वोत्तर रेलवे मेंस कॉग्रेस’ अध्यक्ष अखिलेश पाण्डेय व मिथिलेश कुमार, पूर्वोत्तर रेलवे वर्कर्स यूनियन के राकेश पाल, ऐलारसा के पीके यादव, इत्यादि के नेतृत्व में, लखनऊ मंडल में अनिल कुमार, बरेली मंडल में कुलवंत सिंह, अजीत कुमार के नेतृत्व में कार्यक्रम हुए. पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर जोन के मुगलसराय मंडल में चंदौली मझवार, कुसौली, कर्मनाशा, भभुआ इत्यादि जगहों में ईसीआरईयू मंड़ल अध्यक्ष मंगला राय, दानापुर मंडल के पटना में जितेंद कुमार, समस्तीपुर मंडल के दरभंगा में संतोष पासवान, संजीव मिश्रा, रकसौल में रत्नेश वर्मा, सोनपुर मंडल के बेगूसराय में दिगम्बर, घनश्याम पासवान, धनबाद मंडल के धनबाद में ऑल इंडिया गॉर्ड कॉउन्सिल राष्ट्रीय अध्यक्ष बीआर सिंह व ईसीआर्रइयू से राजेश, गोमो से ईसीआर्रइयू महामंत्री एसपी साहू, टोरी से राजेश राज, रेणुकूट से प्रवीन कुमार, बरवाडीह से देवनंदन आर्य, पतरातू से मृतुन्जय कुमार, बरकाकाना से अवधेश गुप्ता के नेतृत्व में कार्यक्रम हुए. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर जोन के बिलासपुर मंडल, रायपुर मंडल व नागपुर मंडल में स्वतंत्र रेलवे बहुजन कर्मचारी यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव विकास गौर के नेतृत्व में, वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे जबलपुर जोन के जबलपुर मंडल में रायसाहब, कटनी में आईआरईएफ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ कमल उसरी, पुष्पेंद्र त्रिपाठी, भोपाल मंडल मे महेश, कोटा मंडल में अवधेश कुमार के नेतृत्व में कार्यक्रम आयोजित हुए. पश्चिम रेलवे मुम्बई चर्च गेट जोन के भावनगर मंडल, रतलाम मंडल, राजकोट मंडल, बडोदरा मंडल, मुंबई सेंट्रल मंडल, अहमदाबाद मंडल में स्वतंत्र रेलवे बहुजन कर्मचारी यूनियन अध्यक्ष सत्य नारायण त्यागी के नेतृत्व में कार्यक्रम आयोजित हुए. दक्षिण पूर्व रेलवे कोलकाता जोन के खड़गपुर मंडल, चक्रधरपुर मंड़ल, रांची मंडल, आद्रा मंडल में साउथ ईस्ट रेलवे मजदूर यूनियन अध्यक्ष सुभाशीष बागची व एनएन बनर्जी के नेतृत्व में कार्यक्रम आयोजित हुए. पूर्व रेलवे कोलकाता जोन के सियालदह मंडल, हावड़ा मंडल, आसनसोल मंडल, दानापुर मंडल में रविसेंन व पार्थो बनर्जी के नेतृत्व में कार्यक्रम आयोजित हुए. दक्षिण पश्चिम रेलवे हुबली जोन के हुबली मंडल, मंगलोर मंडल, मैसूर मंडल में एआईआरईसी के कामेश्वर राव के नेतृत्व में, पूर्व तटीय रेलवे भुवनेश्वर जोन के खुर्दा रोड मंडल, सम्बलपुर मंडल, वाल्तेयर मंडल में पीके महापात्रा, नागेश्वर राव व ऐक्टू सचिव महेन्द्र परिदा के नेतृत्व में कार्यक्रम हुए, उत्तर पश्चिम रेलवे जयपुर जोन के अजमेर मंडल, जयपुर मंडल, जोधपुर मंडल व बीकानेर मंडल में इंडियन रेलवे इम्प्लाइज यूनियन के अध्यक्ष प्यारेलाल बैरवा व महामंत्री उम्मेद सिंह चैहान, ऐक्टू नेता सौरभ नरूका के नेतृत्व में कार्यक्रम आयोजित हुए. साथ में, स्वतंत्र रेलवे बहुजन कर्मचारी यूनियन ने भी संयुक्त रूप से उत्तर पश्चिम रेलवे के सभी मंड़लों में कार्यक्रम किये. पूर्वोत्तर सीमा रेलवे गुवाहाटी जोन के कटिहार मंडल में संदीप यादव, दक्षिण मध्य रेलवे सिकंदराबाद जोन के सिंकदराबाद मंडल, हैदराबाद मंडल, नांदेड़ मंडल, दक्षिण तटीय रेलवे विशाखापट्टनम जोन के विजयवाड़ा मंडल, गुंटुर मंडल व गुटंकल मंडल में, दक्षिण रेलवे चेन्नई जोन के मदुरई मंडल, पालघट मंडल, त्रिची मंडल, त्रिवेंद्रम मंडल में जानकी रमण ने समर्थन किया, मध्य रेलवे छत्रपति शिवाजी टर्मिनल मुम्बई जोन के मुम्बई मंडल, भुसावल मंडल, शोलापुर मंडल, नागपुर मंडल, पुणे मंडल इत्यादि में रेलवे कर्मचारियों ने समर्थन किया,

रेलवे की उत्पादन इकाई कपूरथला में आईआरईएफ के राष्ट्रीय महासचिव व एनएमएसआर के मुख्य कोर्डिनेटर सर्वजीत सिंह, ‘फ्रन्ट अगेंस्ट एनपीएस इन रेलवे’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरीक सिंह के नेतृत्व में, पटियाला में जुमेरदीन, तरसेम सिंह, रायबरेली में हरिकेष व मथुरा मीना, वाराणसी में राजेन्द पाल व सुशील कुमार, अमर सिंह के नेतृत्व में, चितरंजन में प्रदीप बनर्जी व कृषानु भट्टाचार्य के नेतृत्व में सहित देश भर की लगभग सभी उत्पादन इकाइयों में कार्यक्रम हुए. नेशनल मूवमेंट टू सेव रेलवे के कार्यक्रम मे आईआरईएफ, एसआरबीकेयू, ऐलारसा, गार्ड कॉउन्सिल, एसएमए, ट्रैक मेन, मिनिस्ट्रियल स्टाफ, एस एंड टी, प्वाइंट मेन, टिकट चेकिंग एसोसिएशन, मेन्स कॉग्रेस, एससी/एसटी वेलफेयर एसोसिएशन, ओबीसी एसोसिएशन, आरएमयू सहित कई स्वतंत्र संगठनो ने देश भर में कार्यक्रम किये. 

कार्यक्रम के विषय में जानकारी देते हुए सर्वजीत सिंह ने कहा कि 19 सितंबर 1968 में सरकारी कर्मचारियों की हड़ताल में शहीद हुए रेल कर्मियों की शहादत की विरासत को आगे बढ़ाने का वक्त अब आ गया है. 1968 की हड़ताल केंद्र सरकार ने द्वितीय केंद्रीय वेतन आयोग द्वारा अनुशंसित डीए फार्मूले को स्वीकार करने से इनकार करने के बाद शुरु हुई थी, और रेलवे कर्मचारी हड़ताल को सफल बनाने के लिए बहादुरी से कूद पडे थे. तत्कालीन सरकार ने अपेक्षित रुप में आंदोलन पर बर्बर हमला किया, जिसमें 9 हमारे बहादुर कामरेड शहीद हो गए. आन्दोलन में शहीद साथी थेः 1) परेश सान्याल 2) रामेन अचार्जी 3) किशन गोपाल 4) लछमन साह 5) राजबहादुर 6) देवराज 7) कुलदीप सिंह 8) घामा 9) अर्जुन सिंह. 

19 सितंबर 1968 रेलवे आंदोलन के अमर शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि हम आज शपथ लेते है कि रेलवे को बचाने के लिए, देश को बचाने के लिए छात्रों, किसानों, नौजवानों, आम जनता से एकता बनाकर जन हित में, देश हित में नेशनल मूवमेंट टू सेव रेलवे को मजबूत करेंगे.

इस शहीद दिवस पर संकल्प लेते हुए भारत सरकार से मांग करते हैंः

  • जनता की सवारी रेल बेचने पर रोक लगाओ.
  • उत्पादन इकाइयों का निगमीकरण/निजीकरण बंद करो.
  • एनपीएस समाप्त करो, ओपीएस बहाल करो.
  • सर्विस रिव्यू के नाम पर जबरन रिटायर करना बंद करो.
  • केंद्रीय कर्मचारियों/पेंशनर्स का महंगाई भत्ता तुरंत जारी करो.
  • ठेका प्रथा पर रोक लगाओ.
  • बेरोजगार युवाओं को रेल में भर्ती करके खाली पदों को तत्काल भरो. 

- कमल उसरी