उन्माद-उत्पात की ताकतों पर लगाम लगाने में नीतीश सरकार विफल.

उन्मादी-उत्पात की ताकतों पर लगाम लगाने में नीतीश सरकार विफल
उन्माद-उत्पात की ताकतों पर लगाम लगाने में नीतीश सरकार विफल.

उन्माद-उत्पात की ताकतों पर लगाम लगाने में नीतीश सरकार विफल.

पटना 3 दिसंबर 2017
भाकपा-माले ने कहा है कि फुलवारी शरीफ में दिनांक 2 दिसंबर को घटित सांप्रदायिक उन्माद-उत्पात की घटना के पीछे सांप्रदायिक संगठन बजरंग दल का हाथ है. संघ गिरोह द्वारा पूरे बिहार में सांप्रदायिक उन्माद पैदा करने की कड़ी का यह जीता जागता उदाहरण है. शर्म की बात यह है कि नीतीश कुमार ने इन ताकतों के समक्ष पूरी तरह आत्मसमर्पण कर दिया है और वे आज आरएसएस की गोद में खेल रहे हैं.

भाकपा-माले की पटना जिला कमिटी के सदस्य व फुलवारी प्रखंड के सचिव गुरूदेव दास, जिला कमिटी सदस्य साधुशरण दास व प्रखंड कमिटी सदस्य काॅ. देवीलाल ने आज फुलवारी के उन तमाम गांवों का दौरा किया, जहां कल सांप्रदायिक ताकतों ने अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर हमला कर उनके घर, संपत्ति आदि को तहस-नहस कर दिया था. माले जांच टीम ने कहा है कि बजरंग दल के उकसावे पर यह सारी कार्रवाई हुई है और इसका भारी खामियाजा अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को उठाना पड़ा है.

उन्होंने कहा कि हजरत मोहम्मद साहब के जन्म दिन के मौके पर गोनपुरा से करीब 150 की संख्या में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग ईशोपुर मजार पर चादर चढ़ाने जा रहे थे. इसी बीच राय चैक के पास बजरंग दल के प्रखंड अध्यक्ष उदय यादव के पुत्र संजीव यादव व उसके ग्रुप ने चादर चढ़ाने जा रहे लोगों के साथ बदतमीजी की, जिसका अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने प्रतिरोध किया. बजरंग दल वालों द्वारा इस्लामी झंडे को पाकिस्तान का झंडा बता देने से अल्पसंख्यक लोग इतने भयभीत हैं कि धार्मिक आयोजनों में भी वे तिरंगा झंडा लेकर चल रहे हैं. फिर भी ग्रुप बनाकर बजरंग दल के गुंडों ने उनसे बक-झक किया और पेट्रोल छीड़ककर चादर जला दी. उसके बाद उन्होंने फायरिंग भी की, जिसमें अल्पसंख्यक समुदाय के दो लोग बुरी तरह घायल हो गये. इसके कारण विवाद काफी गहरा हो गया. इतना कुछ होने के बाद पुलिस पहुंची, लेकिन उसने बलवाइयों को गिरफ्तार करने की कोशिश नहीं की.

उसके बाद बजरंग दल वाले गु्रप बनाकर अगल-बगल के गांव में उन्माद फैलाने लगे. गोनपुरा लहियारचक में मुस्लिम समुदाय के 10 से अधिक घरों को जला दिया गया. गाय का बथान व गाय को माता कहने वाले बजरंगियों ने गाय को ही घायल कर दिया. एक मोटरसाइकिल की दुकान में आग लगा दी. मो. लालू, मो. रफीक, मो. मोहइद्दीन, मो. मिनाज आदि के घरों मे ंलूटपाट की गयी. निहुरा में भी मुस्लिम समुदाय के घरों पर हमला किया गया और पूरे इलाके में दहशत फैलाने की कोशिश की गयी.
इस सांप्रदायिक उन्माद के खिलाफ भाकपा-माले ने बजरंग दल के उपद्रवियों को अविलंब गिरफ्तार करने की मांग की और आज शाम में भाकपा के साथ मिलकर इलाके में शांति मार्च निकालने की कोशिश की. लेकिन प्रशासन ने शांति मार्च को रोक दिया. माले ने कहा कि एक तो प्रशासन सांप्रदायिक उन्माद को रोकने में विफल है, दूसरी ओर वह नागरिकों को भी पहलकदमी नहीं लेने दे रही है