भाकपा (माले) ने फूंका मुख्यमंत्री का पुतला, कहा संसदीय मर्यादा पर चोट
विधान सभा में मुख्यमंत्री के असंसदीय बड़बोले बोल और मांडर के मनरेगा मजदूर कार्लुस कुजूर की मजदूरी भुगतान मे देरी से हुई मौत के खिलाफ आज भाकपा (माले) रांची नगर कमिटी ने अल्बर्ट एक्का चौक पर मुख्यमंत्री का पुतला फूंका। पार्टी कार्यक्रताओं ने मुख्यमंत्री के अपशब्दों के उपयोग को संसदीय मर्यादा पर चोट बताया। मनरेगा मजदूर की मौत के जिम्मेदार अधिकारियों को जेल दो, मजदूर किसानों की मौत क्यों मुखयमंत्री जवाब दो मृतक के आश्रित को दस लाख रुपये मुआवजा देना होगा के नारे लगाए।
कार्यकर्तों को संबोधीत करते हुये माले जिला सचिव भुवनेश्वर केवट ने कहा की विपक्षी नेताओं के तेवर राज्य की दुर्दशा के कारण तल्ख हैं , मजदूर किसान और महिलाएं भूख बलात्कार-मौत की घटनाओं से त्रस्त है सरकार झूठे आंकड़े गिना रही है। लूट, भ्रष्टाचार और घमण्डी सत्ता के खिलाफ पार्टी के भीतर ही विरोद्ध उठ रही है बिपक्ष पर तेवर दिखा कर मुखमंत्री संसदीय मर्यादा की उल्लंघन कर रहे हैं। पुतला दहन कार्यक्रम मे माले नेता सुदामा खलखो ,रामचरित्र शर्मा ,अजबलाल सिंह ,सलीम अंसारी , किशोर खंडित ,ब्रजकिशोर साहू ,एनमूल हक़ , ,सिनगी खलखो, आयति तिर्की ,कलावती आदि शामिल थी ,