CPIML

Communist Party of India (Marxist-Leninit) Liberation

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का. सैय्यद जैनुल अबेदीन

11 जनवरी को का. सैय्यद जैनुल अबेदीन की स्मृति में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन भाकपा-माले कार्यालय लाल खदान (बिलासपुर) में किया गया. सभा को पार्टी के राज्य सचिव बृजेन्द्र तिवारी, रायपुर जिला सचिव नरोत्तम शर्मा, बिलासपुर भाकपा सचिव पवन शर्मा आदि ने संबोधित किया. उपस्थित सभी लोगों ने उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण किया और एक मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी. उनकी मृत्यु 14 दिसंबर 2017 को 74 वर्ष की उम्र में बिलासपुर में हुई थी. दिवंगत साथी को समर्पित एक कविता वासुकी प्रसाद ने सुनाई. वक्ताओं ने उनके अधुरे कामों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया.

का. सुखन तांती

भाकपा-माले व ऐक्टू के भागलपुर जिले, बिहार के लोकप्रिय मजदूर नेता का. सुखन तांती का 13 जनवरी 2018 को निधन हो गया. ऐक्टू के पूर्व जिला कमिटी सदस्य व निर्माण मजदूर नेता  का. सुखन तांती ऐक्टू के उन शुरुआती नेताओं में से थे जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से भागलपुर में ऐक्टू को स्थापित किया. पेशे से राजमिस्त्री 68 वर्षीय का. सुखन तांती निरक्षर थे, लेकिन ऐक्टू के संपर्क में आते ही उन्होंने जल्द ही संगठन और मजदूर आंदोलन की अनिवार्यता को समझ लिया. 2006-07 में उन्होंने भाकपा-माले की सदस्यता हासिल की.

गरीब - मज़दूरों की रोजी - रोटी छीन, उनके पेट पर लात मारकर बालूघाट नहीं चलने दिया जाएगा

 किरकिरी बालूघाट पर बालू माफियाओं के राज नही चलेगा, भाकपा - माले ने किया किरकिरी बालूघाट को अनिश्चितकालीन जाम!

आज सुबह से क्षेत्र के अनेक गांवों से बालू घाट के मजदूरों अपने हाथों में लाल झंडा लिए अजीमाबाद पहुंचे और वहां से बड़ी संख्या में मार्च निकालते हुए किरकिरी बालूघाट को जाम कर दिया. मार्च में अपने मांगों के समर्थन में बालू घाट से पोकलेन मशीन घटाव, मज़दूरों से बालू उठाव, मशीनीकरण के नाम पर गरीब - मज़दूरों की रोजी - रोटी छीनना बंद करो, बालूघाट से माफियाओ का राज समाप्त करों आदि नारे लगा रहे थे .

नीतीश का मानव श्रृंखला बुरी तरह हुआ फ्लॉप

अनैतिक तरीका अपनाते हुए कक्षा पांच से नीचे के बच्चों को जबरन कराया शामिल सरकार के खिलाफ स्कीम वर्कर 29 को जेल भरेंगे।

नोटबन्दी और जीएसटी से परेशान होकर व्यवसायी की आत्महत्या की कोशिश और उसके बाद दुर्भाग्यपूर्ण मौत सरकार की गलत नीतियों का दुष्परिणाम

नोटबन्दी और जीएसटी से परेशान होकर व्यवसायी की आत्महत्या की कोशिश और उसके बाद दुर्भाग्यपूर्ण मौत सरकार की गलत नीतियों का दुष्परिणाम है। भाकपा(माले) जिला कमेटी ने प्रेस बयान में यह बात कही।